PM Modi holds interactive session with students, days after cancelling Class 12 exams | CBSE स्टूडेंट्स की कॉन्फ्रेंस में अचानक पहुंचे पीएम मोदी, स्टूडेंट ने कहा- आपका निर्णय बहुत अच्छा क्योंकि यदि सर सलामत तो पगड़ी हजार
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को अचानक सीबीएसई छात्रों के एक सत्र में शामिल हुए। यह सत्र शिक्षा मंत्रालय द्वारा आयोजित किया गया था। उन्होंने बैठक के दौरान छात्रों और उनके माता-पिता के साथ बातचीत की। इस दौरान प्रधानमंत्री ने छात्रों के मुद्दों और उनकी चिंताओं पर बातचीत की। पीएम ने छात्रों से कहा, मैं तो अचानक आ गया हूं लेकिन मैं आपको डिस्टर्ब नहीं करना चाहता हूं। ऑनलाइन कैलोरी कैसे बर्न करें यह भी आप सीख गए हो। प्रधानमंत्री ने सभी छात्रों से उनका कुशलक्षेम पूछा।
इसके बाद प्रधानमंत्री ने छात्रों से पूछा, क्या आप लोगों को परीक्षा की टेंशन थी। सभी छात्रों ने एक स्वर में कहा कि हां उन्हें परीक्षा की टेंशन थी। इस पर प्रधानमंत्री ने कहा कि मतलब आपको परीक्षा से टेंशन होता है। छात्रों ने इसका भी जवाब हां में दिया। इस पर प्रधानमंत्री ने मुस्कुरा कर कहा कि मैंने अपनी किताब एग्जाम वॉरियर्स में कहा है कि परीक्षा की टेंशन कभी मत लो।
इस दौरान प्रधानमंत्री ने पंचकूला में रहने वाले हितेश्वर शर्मा नामक एक छात्र से भी बात की जो दसवीं के टॉपर रह चुके हैं। हितेश्वर ने प्रधानमंत्री को बताया कि वह पंचकूला के सेक्टर 10 में रहते हैं। इस पर प्रधानमंत्री ने बताया कि वह भी पंचकूला के सेक्टर 7 में लंबे समय तक रह चुके हैं।
प्रधानमंत्री ने हितेश्वर से पूछा कि आप 10वीं के टॉपर थे तो ऐसे में पक्का आप की तैयारी रही होगी कि 12वीं में भी टॉप करूं। इस पर हितेश्वर ने जवाब दिया कि सर मुझे परीक्षा रद्द होने पर अच्छा लगा। हम देख रहे थे कि फिलहाल माहौल इतना सुरक्षित नहीं है। आपने बेहतरीन निर्णय लिया है और टॉपर होने का मैं मानता हूं कि हमारी मेहनत कभी बेकार नहीं जाती क्योंकि हमारा ज्ञान हमारे साथ रहता है। हमें उम्मीद है कि आप परीक्षा परिणाम के लिए जो आधार बनाएंगे उसमें हमें अच्छे अंक प्राप्त होंगे। इस निर्णय के लिए हम जीवन भर आपके आभारी रहेंगे।
छात्रों ने कहा जो निरंतर पढ़ाई करता है उन छात्रों को ज्यादा चिंता की आवश्यकता नहीं है। यह गलत है कि टॉपर इस फैसले से निराश हैं।
प्रधानमंत्री ने कोरोना सुरक्षा पर भी छात्रों से बात की। उन्होंने छात्रों से पूछा कि कुछ लोग अपने आप को बहुत बहादुर समझते हैं और कहते हैं कि वह मास्क नहीं पहनेंगे। इस पर आपको कैसा लगता है।
छात्रों ने जवाब दिया कि ऐसे व्यक्तियों को देखकर हमें बहुत बुरा लगता है। एक और जहां सभी जिम्मेदार लोग और सरकार कोरोना से बचाव के लिए इतनी जागरुकता कर रही है वहीं कुछ लोग ऐसी लापरवाही करते हैं।
कोलकाता की एक छात्रा ने प्रधानमंत्री मोदी की पुस्तक का जिक्र करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री जी आपने कहा है कि परीक्षा को उत्सव की तरह मनाना चाहिए इसलिए मैंने यह शुरू से ही मान लिया था कि उत्सव से डरने की क्या आवश्यकता है।
कर्नाटक के नंदन हेगड़े ने कहा ने कहा मैंने यह सोचा यह परीक्षा मेरे जीवन की कोई अंतिम परीक्षा नहीं है। हमने अपने स्वास्थ्य को बचा कर रखना है और आने वाली परीक्षाओं के लिए तैयारियां करनी है।
प्रधानमंत्री ने छात्रों से पूछा कि अब आप क्या करना पसंद करेंगे चैंपियन लीग देखेंगे, ओलंपिक की तैयारियों पर ध्यान लगाएंगे। प्रधानमंत्री के साथ ऑनलाइन चर्चा में छात्रों के अभिभावकों ने भी परीक्षा रद्द किए जाने के लिए उनका धन्यवाद किया।
अभिभावकों ने कहा कि यह निर्णय छात्रों के हित और उनकी सुरक्षा के लिए लिया गया है। छात्र अब अपने भविष्य की तैयारी में जुट सकते हैं।
वहीं कर्नाटक बेंगलुरु के केंद्रीय विद्यालय के एक छात्र ने प्रधानमंत्री का धन्यवाद करते हुए कहा कि आपका निर्णय बहुत अच्छा है क्योंकि यदि सर सलामत तो पगड़ी हजार। यह जवाब सुनकर प्रधानमंत्री भी मुस्कुराए।
हिमाचल की कशिश नेगी ने प्रधानमंत्री से कहा कि परीक्षा रद्द करने का निर्णय बिल्कुल सही है, क्योंकि हमारी जिंदगी परीक्षाओं को लेकर कुछ रुक सी गई थी। लेकिन आपने जो निर्णय लिया उसके लिए मैं आपका धन्यवाद करना चाहूंगी।
दिल्ली पब्लिक स्कूल जयपुर की छात्रा जन्नत साक्षी ने कहा 12वीं बोर्ड की परीक्षा के लिए आपने जो निर्णय लिया है उसका हम स्वागत करते हैं क्योंकि छात्रों की सेहत और सुरक्षा सर्वोपरि है। हमें पूरा विश्वास है कि मूल्यांकन के लिए जो भी प्रक्रिया अपनाई जाएगी वह हमारे हित में ही होगी।
एक छात्र ने इस दौरान ने कहा कि लॉकडाउन में मेरी कुछ दाढ़ी भी बढ़ती गई। मां ने दाढ़ी काटने को कहा तो मैंने मना कर दिया और कहा कि मैं मोदी जी का फैन हूं इसलिए दाढ़ी बढ़ा रहा हूं।
शुभांशी अग्रवाल, केंद्रीय विद्यालय नई दिल्ली की छात्रा ने कहा की परीक्षाएं रद्द होने के कारण हमें जो अतिरिक्त समय मिला है उसका इस्तेमाल हम प्रतियोगी परीक्षाओं की प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी के लिए करेंगे।