मस्क बजाएंगे सबका बैंड, ChatGPT, Google Bard AI सबकी बोलती होगी बंद

मस्क बजाएंगे सबका बैंड, ChatGPT, Google Bard AI सबकी बोलती होगी बंद

Elon Musk Chatbot: Twitter को खरीदने वाले बिजनेसमैन एलन मस्क अब नया चैटबॉट तैयार करने की प्लानिंग कर रहे हैं. इसे लोकप्रिय चैटबॉट ChatGPT को टक्कर देने के लिए पेश किया जाएगा

Elon Musk ChatGPT: दुनिया के सबसे अमीर शख्स Elon Musk की नजरों में ChatGPT खटकने लगा है. माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म Twitter के मालिक ने OpenAI के चैटबॉट को टक्कर देने की ठान ली है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, चैटजीपीटी की चुनौती से निपटने के लिए मस्क एक नया चैटबॉट बनाने की प्लानिंग कर रहे हैं. नया चैटबॉट बनाने के लिए मस्क एक नई लैब बनाना चाहते हैं. इसके लिए अरबपति बिजनेसमैन ने पिछले कुछ हफ्तों में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस रिसर्चर्स के साथ मुलाकात की है.

हाल ही में गूगल की पैरेंट कंपनी अल्फाबेट ने भी Google Bard AI चैटबॉट लॉन्च किया है. बड़े लैंग्वेज मॉडल के तहत डेवलप किए गए ये AI चैटबॉट यूजर्स के सवालों का बिल्कुल इंसानों जैसा जवाब देते हैं. अब एलन मस्क ने भी आर्टिफिशिल इंटेलिजेंस बेस्ड चैटबॉट में किस्मत आजमाने की तैयारी शुरू कर दी है. ऐसे में एलन मस्क चैटजीपीटी और गूगल बार्ड एआई को कड़ी टक्कर देते नजर आएंगे

Elon Musk ने की OpenAI की आलोचना

हाल के महीनों में मस्क ने सेफगार्ड इंस्टॉल करने के लिए ओपनएआई की बार-बार आलोचना की है. ये सेफगार्ड चैटजीपीटी को ऐसा टेक्स्ट दिखाने से रोकता है जो यूजर्स की भावनाओं को ठेस पहुंचा सकता है. आपको बता दें कि ओपनएआई ने ही पिछले साल नवंबर के अंत में चैटजीपीटी को लॉन्च किया है. तब से पूरी दुनिया में चैटजीपीटी की चर्चा हो रही है.

ChatGPT से मस्क का कनेक्शन

मस्क OpenAI के को-फाउंडर हैं और इसकी शुरुआत 2015 में हुई थी. लेकिन बाद में उन्होंने इस स्टार्टअप के साथ नाता तोड़ लिया. उन्होंने पिछले साल सुझाव दिया था कि OpenAI की टेक्नोलॉजी “एआई को जगाने की ट्रेनिंग” का एक उदाहरण थी. उनकी इस बात का अर्थ निकालें तो चैटजीपीटी और हाल ही में लॉन्च किए गए माइक्रोसॉफ्ट चैटबॉट की तुलना में मस्क के चैटबॉट में टकराव पैदा करने वाले कंटेंट पर कम प्रतिबंध होंगे.

Google के रिसर्चर को लाए साथ

इस प्लान को अमलीजामा पहनाने के लिए मस्क ने इगोर बाबुस्किन को अपाइंट कर रहे हैं. बाबुस्किन एक रिसर्चर हैं जिन्होंने हाल ही में अल्फाबेट की DeepMind AI यूनिट को छोड़ दिया और मशीन-लर्निंग मॉडल के एरिया में माहिर हैं जो चैटजीपीटी जैसे चैटबॉट को पावर देते हैं. द इंफोर्मेशन की रिपोर्ट के मुताबिक एक इंटरव्यू में बाबूस्किन ने कहा कि कम कंटेंट सेफगार्ड के साथ चैटबॉट बनाना मस्क का उद्देश्य नहीं है.

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