नए दृष्टिकोण वाला शिविर 16 से 21 नवंबर तक: प्रवचन नहीं प्रयोग
नए दृष्टिकोण वाला शिविर 16 से 21 नवंबर तक: प्रवचन नहीं प्रयोग
एंट्री कार्ड प्राप्त करने का अंतिम मौका 14 नवंबर को सुबह 6 से 7 बजे एल आई सी ग्राउंड में
प्राचीन ज्ञान और आधुनिक विज्ञान की पद्धति पर आधारित तकनीक द्वारा अपने जीवन को विकसित करने के लिए में पिछले कुछ दिनों से देश के विभिन्न शहरों से आये असाधारण ऊर्जा से भरे हुए कुछ युवा सुबह राउरकेलाह में जाते है. दोपहर में बैठकें करते। हैं और शाम को सामाजिक समारोहों में शहरवासियों को एक बहुत ही नेक काम के लिए आमंत्रित कर रहे हैं।
पूरे भारत और विदेशों में 350 से अधिक शिविरों का आयोजन करने के बाद स्वस्थ शरीर, शांत मन और आनंदमय जीवन के लिए सन टू हयूमन फाउंडेशन द्वारा लोगों को जगाने के लिए राउरकेला शहर के एल आई सी ग्राउंड में 16 से 21 नवंबर को सुबह 6:00 से 8:00 बजे तक निःशुल्क रूप से शिविर संचालित किया जायेगा।
पिछले 20 दिनों से शहर में जागरूकता फैलाने के लिए संस्था से माँ मैत्रेयी, माँ जानकी, परम भक्ति जी, शिवालय जी, श्रवण जी और कुछ और मित्रों मित्रों ने सैकड़ों लोगों से मुलाकात की है और उन्हें जबरदस्त प्रतिक्रिया मिल रही है।
यह शिविर किसी विशेष धार्मिक संप्रदाय या किसी राजनीतिक समुदाय से संबंधित नहीं है और इसका कोई व्यावसायिक पहलू नहीं है।
एकमात्र मकसद् मानव चेतना का उत्थान है ताकि प्रत्येक व्यक्ति समृद्ध जीवन जी सके।
विभिन्न शहरों में इस शिविर में भाग लेने वाले हजारों लोगों ने 10-20-30 किलो अतिरिक्त वजन कम करके, उच्च रक्तचाप, अस्थमा, माइग्रेन, मधुमेह, कब्ज जैसी बीमारियों से छुटकारा पाकर शारीरिक और मानसिक स्तर पर कई लाभ प्राप्त किए हैं और अनेक लोग थायराइड की समस्या, हृदय की समस्या, अवसाद और दवाओं को अलविदा कह चुके हैं।
“सही आहार, सही व्यायाम, सही ध्यान पर आधारित इस शिविर की केंद्रीय अवधारणा हमारे मस्तिष्क की ऊर्जा को जागृत करती है जो व्यक्ति को स्वयं का स्वामी बनने की ओर ले जाती है।
इस अल्प समय में विभिन्न समूहों में 150 छोटे छोटे डेमो सूत्र आयोजित किये जा चुके हैं जिनमें लगभग 3500 लोगों ने पंजीकरण करा लिया है।
इस शिविर की एक सुंदर टैगलाइन है “प्रवचन नहीं, प्रयोग, जिसमें यह वर्णन किया गया है कि केवल शब्द ही नहीं होंगे, बल्कि परिणाम देने वाली तकनीकें भी होंगी।
सत्र के बाद, वैज्ञानिक रूप से डिजाइन किया गया क्षारीय अदृश्य नाश्ता परोसा जाएगा जो हमारे मस्तिष्क की ऊर्जा को जगाने की प्रक्रिया को बेहतर बनाने में मदद करेगा और इसके लिए आवश्यक सभी ज़रूरी पोषक तत्वों को पूरा करेगा।
शिविर में भाग लेने के लिए रजिस्ट्रेशन अनिवार्य है जिसके बाद प्रवेश पत्र के माध्यम से शिविर में सम्मिलित हुआ जा सकता है।
प्रवेश पत्र पहले आओ, पहले पाओ के आधार पर वित्रित किये जा रहे हैं।
शिविर के लिए शहरवासी बड़े उमंग के साथ हिस्सा ले रहे हैं।
शहर की सभी प्रमुख संस्थाओं ने बढ़ चढ़ कर भाग लिया है एवं सह्योग में आई हैं। इस।
शिविर के प्रमुख आयोजक खारावेला वेलफेयर फाउंडेशन, सुरेश चंद जैन, अंजना जैन, राकेश जैन, वंदना जैन एवं मित्रगण हैं।
प्रेस वार्ता में मंचासीन सुरेश जैन, राकेश जैन, माँ मैत्रेयी, रवि निर्मल जी, सुरेश केजरीवाल और प्रेम मोदी ने बताया की शिविर की मुख्य बिंदु है प्रवचन नहीं, प्रयोग, जिसमे हमारे भीतर ऑक्सीजन बढ़ने की सरल तकनीक करवाई जाएगी।
14 नवंबर को सुबह 6 से 7 बजे एल आई सी ग्राउंड में एक अंतिम मौका है उन लोगो के लिए जो शिविर में सम्मिलित होने चाहते हैं, इस सत्र में आकर वे अपना पंजीयन करवा के एंट्री कार्ड प्राप्त कर सकते हैं।
शिविर के पूर्व आपको क्या तैयारी करना है?
वाहन पार्किंग में आपको अधिक समय ना लगे, इसके लिए ऑटो या टू व्हीलर या अन्य पब्लिक ट्रांसपोर्ट से आएं
एंट्री कार्ड साथ में लाना अनिवार्य है
निर्धारित समय से कृपया 15 मिनट पूर्व पधारकर व्यवस्था बनाने में हमें सहयोग करें
बैठने के लिए 2×2 का छोटा प्लास्टिक आसन, पानी की बोतल और रूमाल साब लाएं
महंगे जूते चप्पल पहन कर ना आएं
शिविर में ढीले एवं हल्के रंग के वरू पहनकर आएंगे तो आपको आसानी रहेगी
रूपांतरण की गहराई बढ़ाने के लिए स्नान करके आना अनिवार्य है
शिविर के दौरान ऊर्जावान अदृश्य नाश्ते हेतू अपने साथ थाली, गिलास, चाकू, चम्मच, कटोरी और प्लेट साफ करने के लिए टिशू पेपर अवश्य लेकर आए