pmo arvind sharma news: PM मोदी ने अपने सबसे खास अफसर को पहले दिलाया VRS, अब जॉइन कराई BJP…क्या यूपी में कोई ‘सीक्रेट प्लान’? – ias arvind sharma who was modi joint secretary in pmo joined the bjp said last night got inst
दो दशक तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अतिविश्वसनीय अधिकारी और गुजरात काडर के पूर्व आईएएस रहे अरविंद कुमार शर्मा ने गुरुवार को बीजेपी जॉइन कर ली। लखनऊ स्थित प्रदेश कार्यालय में एके शर्मा को बीजेपी की सदस्यता दिलाई गई। इस दौरान पार्टी कार्यालय में उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा, प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह समेत तमाम बीजेपी के पदाधिकारी मौजूद रहे। पीएमओ में लंबे वक्त तक काम कर चुके अरविंद शर्मा के बीजेपी में आने को लेकर तमाम सियासी कयास लगाए जा रहे हैं। यह भी कहा जा रहा है कि शर्मा को बीजेपी में लाने से पहले किसी रणनीति के तहत ही उन्हें वीआरएस दिलाया गया था।
भूमिहार बिरादरी से आने वाले अरविंद शर्मा उस इलाके से हैं, जहां से बीजेपी के कद्दावर नेता मनोज सिन्हा का दबदबा रहा है। सिन्हा भी भूमिहार हैं, लेकिन फिलहाल वह जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल हैं। गाजीपुर और मऊ के इलाकों में भूमिहार वोटरों की एक बड़ी संख्या है। अरविंद इसी इलाके के मूल निवासी हैं। माना जा रहा है कि मनोज सिन्हा के फिलहाल यूपी की राजनीति से बाहर होने के कारण भूमिहार वोटरों के बीच एक संदेश देने की कोशिश में अरविंद शर्मा को यहां लाया गया है। अरविंद शर्मा के बीजेपी मेंं आने को उसी फैसले की तरह देखा जा रहा है, जैसे कि पीएम मोदी ने राम मंदिर पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने से पहले अपने प्रिंसिपल सेक्रेटरी नृपेंद्र मिश्रा को पीएमओ से हटाया था। बाद में मिश्रा राम जन्मभूमि ट्रस्ट में शामिल हो गए थे।
‘बीती रात ही मिला निर्देश’
गुरुवार को अरविंद शर्मा ने बीजेपी जॉइन करने के बाद कहा कि कल रात में ही मुझे पार्टी जॉइन करने के लिए कहा गया था। मुझे खुशी है कि मुझे मौका मिला, मैं एक पिछड़े गांव से निकला हूं, आईएएस बना और आज बिना किसी राजनीतिक बैकग्राउंड के होने के बावजूद बीजेपी में आना बड़ी बात है। पूर्व आईएएस एके सिंह के बीजेपी में आने पर प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने कहा अरविंद शर्मा के पार्टी में आने से दोनों का कद बढ़ेगा। राज्य और केंद्र सरकार को मजबूती मिलेगी।
इलाहाबाद विश्वविद्यालय से पढ़ाई
पीएम मोदी के चहीते पूर्व IAS इलाहाबाद विश्वविद्यालय से राजनीति शास्त्र में परास्नातक करने के बाद संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा पास की थी। वर्ष 1988 में उनका चयन गुजरात काडर में भारतीय प्रशासनिक सेवा के लिए हो गया। एसडीएम पद पर उनकी पहली तैनाती 1989 में हुई। वह वर्ष 1995 में मेहसाणा के कमिश्नर बने। गुजरात में नरेंद्र मोदी मुख्यमंत्री बने तो उनके कार्यालय के सचिव की जिम्मेदारी एके शर्मा को मिली।
2014 में पीएम मोदी के साथ पहुंचे दिल्ली
वर्ष 2013 में उनको पदोन्नत कर मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रमुख सचिव की जिम्मेदारी दी गई। जून 2014 में केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर उन्हें प्रधानमंत्री कार्यालय में संयुक्त सचिव बना दिया गया। वर्तमान में वह प्रधानमंत्री कार्यालय में अतिरिक्त सचिव थे।
रिटायरमेंट से पहले ली थी स्वैच्छिक सेवानिवृत्त
मऊ जिले के मूल निवासी अरविंद कुमार शर्मा का रिटायरमेंट वर्ष 2022 में था, लेकिन उन्होंने अचानक स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लेकर सभी को चौंका दिया। अरविंद 1988 बैच के आइएएस अधिकारी हैं। उन्होंने 2001 से लेकर 2013 तक गुजरात में नरेंद्र मोदी के साथ विभिन्न पदों पर काम किया है। नरेंद्र मोदी जब प्रधानमंत्री बनकर दिल्ली गए तो अरविंद शर्मा भी उनके साथ पीएमओ आ गए थे।
(लखनऊ के संवाददाता अशीष मिश्र के इनपुट्स के साथ)