अरविंद केजरीवाल शिक्षा: shiksha par bahas ko taiyar rahen yogi ke mantri : शिक्षा पर बहस को तैयार रहें योगी के मंत्री
हाइलाइट्स:
- दिल्ली के उपमुख्यमंत्री का योगी के मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह पर बड़ा हमला
- मनीष सिसोदिया बोले- केजरीवाल का शिक्षा मॉडल सच्चाई और ईमानदारी पर आधारित है
- सिद्धार्थनाथ का झूठ-फरेब के जरिए दिया गया चैलेंज टिक नहीं पाएगा: मनीष सिसोदिया
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि यूपी सरकार के मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने ट्वीट करके दिल्ली के स्कूलों की चार पुरानी तस्वीरें डालकर फर्जीवाड़ा किया है। यूपी सरकार के मंत्रियों ने जब बहस की चुनौती दी है, तो अब पीछे न भागें। फोटोशॉप के बदले शिक्षा पर गंभीर बहस की तैयारी करें। मैं 22 दिसंबर को लखनऊ आऊंगा, बहस का समय, स्थान बताएं। सिसोदिया ने कहा कि केजरीवाल का शिक्षा मॉडल सच्चाई और ईमानदारी पर आधारित है, झूठ-फरेब के जरिए उनका चैलेंज टिक नहीं पाएगा। AAP के यूपी में चुनाव लड़ने की घोषणा करते ही बीजेपी के मंत्री बौखला गए हैं, जब उन्हें दिल्ली के स्कूलों के बारे में एक भी निगेटिव खबर नहीं मिली तो फर्जीवाड़े पर उतर आए।
सिसोदिया ने कहा कि यूपी के एक मंत्री ने हमें अपने स्कूल देखने का न्योता दिया था। हम उनके स्कूल देखने को तैयार हैं। हमने उनसे यूपी के गांवों के ऐसे दस स्कूलों की लिस्ट भी मांगी, जिन्हें चार साल में बीजेपी सरकार ने सुधारा हो, जिनकी बिल्डिंग अच्छी बनी हो, जिनमें अच्छे रिजल्ट आए हों, जहां के बच्चे प्रतियोगी परीक्षाओं में सफल होते हों, लेकिन यूपी के मंत्री ऐसे दस स्कूलों के नाम बताने को तैयार नहीं, जबकि हम दिल्ली सरकार के एक हजार स्कूलों की सूची देने को तैयार हैं। यूपी के मंत्रियों को हम अपने एक हजार स्कूल घुमाने और दिखाने को तैयार हैं। वे अपने दस स्कूल ही दिखा दें।
झूठ-फरेब करना बंद करें योगी जी के मंत्री : मनीष सिसोदिया
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली एक छोटा राज्य है। हमारे संसाधन भी कम हैं, जबकि यूपी बड़ा राज्य है, संसाधन भी ज्यादा हैं। केंद्र सरकार से मदद भी मिलती है, इसलिए योगी जी के मंत्रियों से अनुरोध है कि झूठ-फरेब करना बंद करें। चार साल में योगी सरकार ने शिक्षा के क्षेत्र में जो भी अच्छा काम किया हो, उस पर गंभीरता से बात हो। हम भी केजरीवाल सरकार के शिक्षा मॉडल पर पर बात करने को तैयार हैं।
‘पहली तस्वीर सोनिया विहार के स्कूल की है’
सिसोदिया ने यूपी के मंत्री द्वारा जारी की गई फोटोशॉप वाली चारों तस्वीरों और पुरानी खबरों का सच भी बताया। उन्होंने कहा कि मैंने अधिकारियों से चारों खबरों का सच जानना चाहा तो पता चला कि चारों खबरें पुरानी हैं। पहली तस्वीर सोनिया विहार के स्कूल की है, जो वर्ष 2016 की है, लेकिन यूपी के मंत्री ने फोटोशॉप करके जानबूझकर उस खबर से 2016 की तारीख हटा दी, ताकि उसे आज की ताजा तस्वीर कहकर प्रचारित कर सकें, जबकि अब उस स्कूल की बिल्डिंग काफी अच्छी बना दी गई है। उन्होंने कहा कि ऐसा झूठ-फरेब करना योगी सरकार के मंत्रियों को शोभा नहीं देता।
‘दूसरी तस्वीर पुल बंगश के एक स्कूल की है’
सिसोदिया ने कहा कि दूसरी तस्वीर पुल बंगश के एक स्कूल की है। मैं उस स्कूल में 2015-16 में गया था। उस स्कूल को पुराने भवन से नए भवन में ट्रांसफर कर दिया गया। पुराना भवन एक हेरिटेज बिल्डिंग है और वह चार साल से बंद है। खाली पड़ी पुरानी स्कूल बिल्डिंग की फोटो डालकर योगी जी के मंत्री ने फर्जीवाड़ा किया है।
‘तीसरी और चौथी खबर भी फर्जी है’
तीसरी खबर में नरेला के किसी स्कूल की छत से पानी टपकने की बात कही गई है, जबकि पूरे नरेला में कोई ऐसा स्कूल नहीं है। चौथी खबर भी वर्ष 2016 की पुरानी खबर है, जिसमें 80 बच्चों पर एक शिक्षक होने की बात कही गई है। ये दोनों खबरें भी फर्जी हैं।
सिसोदिया ने कहा कि योगी जी के मंत्री को अगर दिखाने के दिल्ली के ऐसे चार साल पुराने स्कूल ही मिले तो यह हमारी सफलता की निशानी है। इससे पता चलता है कि योगी सरकार के मंत्रियों को हमारे खिलाफ दिखाने के लिए एक भी वास्तविक उदाहरण नहीं मिला है। यह केजरीवाल का मॉडल ऑफ गवर्नेंस है।