small personal loans up 4.5 times in 2 years: दो साल में 4.5 गुना बढ़े स्मॉल पर्सनल लोन, क्या यह संकट की आहट है?

हाइलाइट्स:

  • स्मॉल पर्सनल लोन एक बार फिर तेजी से बढ़ रहे हैं
  • एक दशक पहले इनके कारण इस सेगमेंट में संकट पैदा हुआ था
  • पिछले दो वर्षों में पर्सनल लोन में स्मॉल पर्सनल लोन की हिस्सेदारी करीब 5 गुना बढ़ी है
  • 2017-18 में इनकी हिस्सेदारी 12.9 फीसदी थी जो मार्च 2020 में बढ़कर 60 फीसदी हो गई

मुंबई
देश में स्मॉल पर्सनल लोन (Small personal loans) एक बार फिर तेजी से बढ़ रहे हैं। एक दशक पहले इनके कारण इस सेगमेंट में संकट पैदा हुआ था। फाइनेंस कंपनियां और फिनटेक स्मॉल पर्सनल लोन मंजूर करने के लिए सॉफ्टवेयर का सहारा ले रही हैं। ये सॉफ्टवेयर एनालिटिक्स के आधार पर लोन वितरित करते हैं। यही वजह है कि हाल-फिलहाल इनमें काफी तेजी आई है।

पिछले दो वर्षों में पर्सनल लोन्स में स्मॉल पर्सनल लोन्स की हिस्सेदारी करीब 5 गुना बढ़ी है। 2017-18 में कुल पसर्नल लोन्स में इनकी हिस्सेदारी 12.9 फीसदी थी जो मार्च 2020 में बढ़कर 60 फीसदी हो गई। हालांकि इसके बाद से इसमें कुछ कमी आई है लेकिन अब भी इसकी 50 फीसदी हिस्सेदारी बनी हुई है। पर्सनल लोन सेगमेंट में 50,000 रुपये से कम क्रेडिट को स्मॉल टिकट पर्सनल लोन (एसटीपीएल) कहा जाता है। इस सेगमेंट में 2019-20 के दौरान 162 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। इस सेगमेंट में भी करीब आधे लोन 5000 रुपये से कम के हैं।

Billionaire Baby: मुकेश अंबानी का पोता अभी ही है 1870.88 अरब रुपये का वारिस

सबसे अधिक स्ट्रेस
देश में एसटीपीएल लोन बिजनस का साइज करीब 12000 करोड़ रुपये का है। कई ऐप आधारित कंपनियों के इस सेगमेंट में उतरने के बाद पिछले वित्त वर्ष में इस सेगमेंट में 77 फीसदी की बढ़ोतरी हुई। दिलचस्प बात है कि इस सेगमेंट में ही सबसे अधिक स्ट्रेस है। वैल्यू के हिसाब से 9.4 फीसदी लोन अंडर स्ट्रेस है। क्रेडिट ब्यूरो CRIF High Mark की एक रिपोर्ट के मुताबिक फाइनेंस कंपनियां और फिनटेक ऐसे युवाओं को अपनी ओर खींच रही हैं जिन्हें कम समय के लिए थोड़ा बहुत पैसों की जरूरत है लेकिन उनकी जीरो या लिमिटेड क्रेडिट हिस्ट्री है।

Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *