yogi adityanath ganga dolphins: गंगा डुबकी लायक नहीं थीं, आज डॉल्फिन घूम रहीं: योगी आदित्यनाथ – yogi adityanath says once ganges was not worth dipping today dolphins roam
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि जल संरक्षण व उसके प्राकृतिक संसाधनों के उद्धार के लिए ईमानदार प्रयास-2014 के बाद शुरू हुए हैं। 6 वर्ष पहले शुरू हुआ ‘नमामि गंगे’ अभियान नदियों के पुनरुद्धार की दिशा में बड़ा कदम था। चार साल पहले वाराणसी में जिस गंगा में डुबकी लगाने से शरीर पर लाल चकत्ते पड़ जाते थे, जल जीव समाप्त हो गए थे, वहां अब डॉल्फिन डुबकियां लगा रही हैं।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को टॉइम्स ऑफ इंडिया समूह की ओर से आयोजित ‘वॉटर समिट-2020’ को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि नदियां हमारी संस्कृति का अंग हैं और हम उस संस्कृति को पुनर्स्थापित कर रहे हैं। प्रयागराज कुंभ में गंगा की अविरलता का ऐतिहासिक पन्ना जुड़ा। कानपुर के सीसामऊ में पहले 14 लाख करोड़ लीटर सीवेज गिरता था आज एक भी बूंद सीवेज नहीं गिरता। गोमती नदी अपने मुहाने पर सूख चुकी थी। इसमें लगभग 36 किलोमीटर तक का कार्य मनरेगा व शासन की अन्य योजनाओं से किया गया, जिससे इसकी अविरल धारा प्रवाहित हो रही है।
बुंदेलखंड में पानी के लिए होती थी हिंसा: सीएम ने कहा कि 2017 के पहले बुंदेलखंड में जनवरी से पेयजल संकट खड़ा हो जाता था। टैंकर से पानी पहुंचाना पड़ता था। इसकी वजह से कई बार मारपीट और हिंसा हो जाती थी। पिछले तीन वर्ष से यह सकंट नहीं आया। बुंदेलखंड व विंध्य क्षेत्र में 15,500 करोड़ रुपये की ‘हर घर नल योजना’ लागू की जा रही है। ग्राउंड वाटर के संरक्षण के लिए हम पूरे प्रदेश में अटल भूजल योजना लागू कर रहे हैं।
जल्द आएगी यूपी की जल नीति : महेंद्र सिंह
जलशक्ति मंत्री डॉ़ महेंद्र सिंह ने कहा कि प्रदेश में जल संरक्षण व पेयजल की उपलब्धता दोनों ही मोर्चों पर काम किया जा रहा है। प्रदेश की जल नीति का खाका तैयार हो रहा है। जल्द ही इसे लागू किया जा रहा है। हम हर स्कूल- कॉलेज व कार्यालय भवनों के लिए रेन वॉटर हार्वेस्टिंग अनिवार्य कर रहे हैं। जल्द ही प्रदेश में 6000 पीजो मीटर लगेंगे इसमे हम भूगर्भ जलस्तर का आंकलन कर सकेंगे। पीएम की पहल के बाद जलशक्ति मंत्रालय गठित करने वाला यूपी पहला राज्य है। मुख्य सचिव आरके तिवारी ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया।