Pakistan Ceasefire Violation In Jammu Kashmir; Fact Check On 28 Indian Jawan Martyred | सीमा पर झड़प में भारत के 28 जवान शहीद हुए? पाकिस्तानी यूजर फैला रहे अफवाह
Ads से है परेशान? बिना Ads खबरों के लिए इनस्टॉल करें दैनिक भास्कर ऐप
30 मिनट पहले
- कॉपी लिंक
क्या हो रहा है वायरल: सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है कि भारत-पाक सीमा पर हुई झड़प में 28 भारतीय जवान शहीद हो गए। दावे के साथ एक फोटो भी वायरल हो रही है। दावा कर रहे अधिकतर सोशल मीडिया हैंडल पाकिस्तान के हैं।
और सच क्या है?
- न्यूज एजेंसी ANI की रिपोर्ट के अनुसार, 13 नवंबर को पाकिस्तान ने जम्मू कश्मीर में सीजफायर का उल्लंघन किया था। हालांकि, इस रिपोर्ट में 28 जवानों के शहीद होने का जिक्र नहीं है।
- गूगल पर कई की-वर्ड सर्च करने से भी इंटरनेट पर हमें ऐसी कोई खबर नहीं मिली, जिससे पुष्टि होती हो कि भारत-पाक सीमा पर भारतीय सेना के 28 जवान शहीद हुए हैं।
- 13 नवंबर को पाकिस्तानी सेना ने जम्मू-कश्मीर के पुंछ, केरन, गुरेज सेक्टर में सीजफायर वॉयलेशन किया था। कुपवाड़ा से लेकर बारामूला तक पाकिस्तानी सेना ने फायरिंग की। जवाबी कार्रवाई में भारतीय सेना ने भी कई पाकिस्तानी बंकर तबाह कर दिए थे।
- दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के अनुसार, सीमा पर हुई इस मुठभेड़ में बीएसएफ और आर्मी के 5 जवान शहीद हुए थे। 6 भारतीय नागरिकों की भी मौत हुई। वहीं भारतीय सेना की जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तानी सेना के 3 कमांडो समेत 11 जवान ढेर हो गए थे।
- इन सबसे साफ है कि सोशल मीडिया पर किया जा रहा 28 भारतीय जवानों के शहीद होने का दावा फेक है। पड़ताल के अगले फेज में हमने दावे के साथ शेयर की जा रही फोटो की सत्यता जांचनी शुरू की।
- वायरल फोटो को गूगल पर रिवर्स सर्च करने से हमें 2016 के सोशल मीडिया पोस्ट में भी यही फोटो मिली। साफ हो गया कि फोटो कम से कम 4 साल पुरानी है और इसका 2020 में भारत-पाक सीमा पर हुई झड़प से कोई संबंध नहीं है।
- Huffington Post के आर्टिकल में भी हमें यही फोटो मिली। कैप्शन से पता चलता है कि फोटो 30 जून, 2010 को छत्तीसगढ़ में हुए नक्सली हमले की है।
ये भी पढ़ें
अशोक गहलोत ने दिवाली पर पटाखे बैन करने के बाद खुद पटाखे जलाए?
पश्चिम बंगाल चुनाव से पहले अमित शाह और ममता बनर्जी ने की मुलाकात?
एक्सीडेंट में जान गंवाने वाली 3 साल की बच्ची का वीडियो, झूठे दावे से वायरल
भारतीय मूल के अहमद खान होंगे जो बाइडेन के राजनीतिक सलाहकार?