Akhilesh yadav said hate politics should be unaccepted in india : भारत में भी झूठ और नफरत की राजनीति को नकारे जाने की जरूरत
हाइलाइट्स:
- अमेरिका की तरह भारत में भी झूठ और नफरत की राजनीति को नकारे जाने की जरूरत है।
- ये बता कही है समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने।
- उन्होंने भाजपा पर झूठ फैलाने और समाज में जहर घोलने की राजनीति करने का आरोप लगाया।
- रंग बदलने वाली पार्टी भाजपा से देश के किसान और नौजवान समेत सभी दुखी हैं।
समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बृहस्पतिवार को कहा कि अमेरिका की तरह भारत में भी झूठ और नफरत की राजनीति को नकारे जाने की जरूरत है। अखिलेश ने यहां प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘‘अमेरिका विश्व का सबसे ताकतवर देश है और वहां के नागरिकों ने राष्ट्रपति चुनाव में झूठ तथा नफरत की राजनीति को नकार कर दुनिया के सामने एक उदाहरण पेश किया है।’’
उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा ने भी झूठ और नफरत की राजनीति कर के सत्ता हासिल की है। अमेरिका की ही तरह भारत में भी इस तरह की सियासत को नकारे जाने की जरूरत है। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने भाजपा पर झूठ फैलाने और समाज में जहर घोलने की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा कि ‘‘रंग बदलने वाली पार्टी से देश के किसान और नौजवान समेत सभी दुखी हैं।’’
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अखिलेश ने आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार के कार्यकाल में यह राज्य अपराध भ्रष्टाचार, सांप्रदायिकता, बेरोजगारी, खराब शिक्षा, चौपट स्वास्थ्य व्यवस्था और महिलाओं के प्रति बढ़ते अपराध के मामले में शीर्ष पर पहुंच गया है। सपा अध्यक्ष ने विवादास्पद वेब सीरीज ‘तांडव’ का जिक्र करते हुए कहा कि भाजपा ने इस सीरीज का विरोध करके उसका सबसे ज्यादा प्रचार किया है।
उन्होंने पत्रकार अर्णब गोस्वामी को लेकर उठे विवाद पर टिप्पणी करते हुए कहा कि आखिर बालाकोट हमले की जानकारी किसी पत्रकार को तीन दिन पहले कैसे मिल गई, इसकी भी जांच होनी चाहिए। अखिलेश ने कहा कि सरकार को स्पष्ट करना चाहिए कि अत्यंत गोपनीय जानकारी पत्रकार तक कैसे पहुंची।
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