RTGS to be operational 24×7 from tomorrow know maximum limit and charges
भारतीय रिजर्व बैंक ने बुधवार को घोषणा की कि रियल टाइम ग्रॉस सेटेलमेंट सिस्टम (आरटीजीएस) अब सातों दिन 24 घंटे उपलब्ध होगा। यह सुविधा 14 दिसंबर 2020 से शुरू हो जाएगी। गौरतलब है कि आरबीआई ने एनईएफटी को पहले ही 24×7 कर दिया है।
बैंक ने एक बयान में कहा कि अब दुनियाभर में भारत कुछ ऐसे देशों की सूची में शामिल हो जाएगा जहां आरटीजीएस 24×7 उपलब्ध होगा। कुछ दिनों पहले हुई मॉनिट्री पॉलिसी कमेटी की मीटिंग में आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास ने इन परिवर्तनों की घोषणा की थी।
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इस लिए किया जाता है आरटीजीएस
आपको बता दें आरटीजीएस सिस्टम मूल रूप से ज्यादा मूल्य के लेन-देन के लिए उपयोग किया जाता है। यह रियल-टाइम बेसिस पर होता है। आरटीजीएस के लिए कम से कम राशि जहां 2 लाख है वहीं अधिकतम राशि की कोई सीमा नहीं है। इस व्यवस्था में पैसा तुरंत ट्रांस्फर किया जा सकता है।
जुलाई 2019 से आरबीआई ने एनईएफटी और आरटीजीएस पर कोई अतिरिक्त चार्ज लगाना बंद कर दिया था। देश में डिजिटल लेन-देन को बढावा इसके पीछे का उद्देश्य था। आरटीजीएस की सुविधा 26 मार्च 2004 को शुरु हुई थी। तब इसमें सिर्फ 4 बैंक थे। वर्तमान में इसके तहत प्रतिदिन 6.35 लाख उपभोक्ता, 4.17 लाख करोड़ रुपयों का लेन देन होता है। इस समय 237 बैंकों में यह सुविधा है।
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आरटीजीएस ISO 20022 फॉर्मेट का इस्तेमाल करता है। यह वित्तीय लेन-देन के लिए बेस्ट इन क्लास मैसेजिंग स्टैंडर्ड है। आरबीआई ने आगे कहा कि दिनरात लेन-देन का कार्य चलते रहने से व्यापारों को लेन-देन में सहूलियत होगी।
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