Lal Bhatia, author of Indicting Goliath, wants to be the architect of change in society | समाज में बदलाव का सूत्रधार बनना चाहते हैं इंडिक्टिंग गोलियथ के लेखक लाल भाटिया

नई दिल्ली, 12 नवम्बर (आईएएनएस)। लाल भाटिया अपनी पुस्तक इंडिक्टिंग गोलियथ के कारण काफी लोकप्रिय हुए। यह किताब एक ऐसे व्यक्ति की वास्तविक जीवन की कहानी है, जिसने अमेरिका में कोई वकील के बिना न्याय के लिए लड़ाई लड़ी, जब उसके खिलाफ धोखाधड़ी और झूठे आरोप लगाए गए थे।

अपनी पुस्तक की बिक्री का कुछ हिस्सा उन्होंने कई नेक काम में लगाया जैसे पश्चिम बंगाल में विभिन्न लड़कियों के स्कूलों और कॉलेजों में सेनेटरी पैड वेंडिंग मशीन दान की, कोलकाता में जरूरतमंद लोगों को भोजन वितरित किया और हाल ही में मनाए गए दुर्गा पूजा में हजारों फेस मास्क भी वितरित किए।

उन्होंने कहा, सैनिटरी नैपकिन हर महिला की जरूरत है। यह एक आवश्यक वस्तु है और हर लड़की को इस तक पहुंच होनी चाहिए। मुझे लगता है कि बहुत सी गरीब युवा लड़कियों तक नैपकिन की पहुंच नहीं है और इसलिए मुझे लगा कि इंडिक्टिंग गोलियथ टीम को इस शून्य को पूरा करने की जरूरत है। हमने पश्चिम बंगाल के विभिन्न स्कूलों और कॉलेजों में सेनेटरी नैपकिन वेंडिंग मशीनें लगाईं। मुझे खुशी है कि युवा लड़कियों को आवश्यक सुविधाएं मिलेंगी।

इस बीच आपको बता दें कि, भाटिया की पुस्तक अमेरिका के लगभग 21 न्यायालयों में व्यापक मुकदमेबाजी की बुनियाद पर स्थापित तथ्यों, सबूतों और गवाही पर आधारित है। लेखक लाल भाटिया को प्रताड़ित किया गया, पीड़ित किया गया, गलत तरीके से दोषी ठहराया गया और गलत तरीके से कैद किया गया। भाटिया को अपनी बेगुनाही साबित करने और भारत लौटने में 13 साल लग गए।

लाल भाटिया ने कहा, मैंने इन 13 वर्षों के सफर के दौरान किताब लिखी। मैंने हर मिनट का विवरण दिया और अपने दावे का समर्थन करने के लिए अविवादित तथ्यों और सबूतों को एकत्र किया और इसे किताब से जोड़ दिया। नोशन प्रेस एकमात्र प्रकाशन कंपनी थी, जो इस किताब को प्रकाशित करने के लिए सहमत थी क्योंकि यह किताब सिस्टम के अंधेरे पक्ष को उजागर करती है।

उन्होंने कहा, यह एक तेरह साल की परेशान करने वाली यात्रा थी, जो अव्यवस्था के खतरों से गुजर रही थी, जिसने मेरी ईमानदारी और धीरज का परीक्षण किया। किसी ने भी यह नहीं मूल्यांकन किया कि किसी व्यक्ति पर अपराध का इल्जाम लगा देना एक घोटाला हो सकता है और यह किसी शक्तिशाली को बचाने के लिए एक कदम हो सकता है जो इस पूरे मामले में जुड़ा हुआ हो।

इस पुस्तक में अमेरिकी प्रशासन में घोर अन्याय और कई खामियों को प्रकाश में लाने के लिए भाटिया द्वारा किए गए प्रयासों का उल्लेख है।

जेएनएस

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