यूक्रेन से बातचीत के लिए राजी पुतिन, क्या शी जिनपिंग के फोन के बाद लिया फैसला?

यूक्रेन से बातचीत के लिए राजी पुतिन, क्या शी जिनपिंग के फोन के बाद लिया फैसला?

रूस और यूक्रेन के हिंसक संघर्ष के चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से फोन पर बात की है. चीन के सरकारी मीडिया संस्थान CGTN की रिपोर्ट के मुताबिक, अब से कुछ देर पहले हुई इस बातचीत में शी जिनपिंग ने पुतिन से यूक्रेन के साथ बातचीत करने की अपील की है. वहीं पुतिन ने भी शी जिनपिंग से कहा कि रूस, यूक्रेन के साथ उच्चस्तरीय बातचीत के लिए तैयार है. रूस के सरकारी मीडिया संस्थान स्पुतनिक की रिपोर्ट के मुताबिक, पुतिन यूक्रेन के साथ बातचीत के लिए अपने प्रतिनिधियों को भेजने के लिए तैयार हैं.

इससे पहले रूस के विदेश मंत्री ने भी यूक्रेन के साथ बातचीत के लिए तैयार होने की बात कही. हालांकि, उन्होंने इसके लिए एक शर्त भी रखी. अंतरराष्ट्रीय न्यूज एजेंसी AFP की रिपोर्ट के मुताबिक, रूस के विदेश मंत्री ने कहा कि उनका देश तब ही यूक्रेन से बात करेगा, जब यूक्रेन के सैनिक हथियार डाल देंगे. हालांकि इसके कुछ देर बाद चीनी राष्ट्रपति की रूसी राष्ट्रपति से बातचीत होने की खबर आई. साथ में ये जानकारी भी आई कि पुतिन यूक्रेन के साथ बातचीत के लिए तैयार हैं.

शुक्रवार 25 जनवरी को ही यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने भी व्लादिमीर पुतिन को बातचीत का न्योता भेजा. उन्होंने कहा कि रूस में चल रही लड़ाई बंद होनी चाहिए. जेलेंस्की ने यूरोप के दूसरे देशों पर रूस के खिलाफ पर्याप्त कार्रवाई ना करने का भी आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि यूरोपीय संघ अभी भी इस हमले को रोक सकता है. उसे रूस के ऊपर कड़े प्रतिबंध लगाने के बारे में सोचना चाहिए. इन कड़े प्रतिबंधों में रूस को SWIFT से हटाना और उसके साथ तेल के आदान प्रदान को बंद करना शामिल होना चाहिए.

वहीं तुर्की ने नाटो और यूरोपीय संघ पर यूक्रेन संकट के दौरान प्रभावी कदम ना उठाने का आरोप लगाया है. न्यूज एजेंसी AFP की रिपोर्ट के मुताबिक, तुर्की के राष्ट्रपति तैयब एर्दोगान ने कहा कि रूस द्वारा यूक्रेन पर हमले के मामले में नाटो और यूरोपीय संघ विफल रहे हैं. वहीं सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल असल ने कहा है कि रूस का यूक्रेन के ऊपर हमला इतिहास में सुधार है. असद ने इस संकट के बीच पुतिन से बात भी की है.

यूक्रेन में रूस की विशेष सैन्य कार्रवाई को शुरू हुए एक दिन से अधिक का समय बीत चुका है. कई सैनिकों और नागरिकों की जान चुकी है. इस बीच खबरें हैं कि रूस के सैनिक यूक्रेन की राजधानी कीव के काफी नजदीक पहुंच चुके हैं. इस तनाव के चलते यूक्रेन के कई हजार नागरिक पड़ोसी देशों में शरण लेने के लिए मजबूर हुए हैं. वहीं पश्चिमी देशों ने इसे यूक्रेन के ऊपर रूस का हमला बताते हुए उसके ऊपर कई प्रतिबंधों की घोषणा की है. रूस ने भी बदले में प्रतिबंध लगाने का ऐलान किया है.

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