CBSE Class 12 Board Exams Scrapped । CBSE Foucus on internal assessment | नतीजों के लिए CBSE का फोकस इंटरनल असेसमेंट पर ही, स्टूडेंट्स को एग्जाम देने का ऑप्शन भी देंगे

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नई दिल्ली2 घंटे पहले

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अगर स्टूडेंट्स एग्जाम देना चा� - Dainik Bhaskar

अगर स्टूडेंट्स एग्जाम देना चा�

CBSE की 12वीं बोर्ड के रिजल्ट का फॉर्मूला क्या होगा? ये परीक्षाएं स्थगित होने के बाद, सबसे बड़ा सवाल यही है। 12वीं के रिजल्ट का फॉर्मूला इसी हफ्ते सामने आ सकता है। सूत्रों ने भास्कर को बताया कि नतीजों के लिए CBSE का फोकस अभी इंटरनल असेसमेंट पर भी है। इसके अलावा अगर स्टूडेंट्स एग्जाम देना चाहते हैं, तो उन्हें ये विकल्प भी दिया जाएगा।

अभी इन 4 फॉर्मूला पर विचार

  1. छात्रों के रिजल्ट का मूल्यांकन उनके पिछले 3 साल के परफॉर्मेंस के आधार पर होगा। यानी 9वीं, 10वीं और 11वीं के रिजल्ट को आधार बनाया जा सकता है।
  2. 10 वीं बोर्ड के रिजल्ट और 12वीं के इंटरनल असेसमेंट के आधार पर छात्रों का रिजल्ट तैयार हो सकता है।
  3. 11वीं और 12वीं के इंटरनल असेसमेंट के आधार पर रिजल्ट तैयार किया जा सकता है।
  4. 10वीं की तरह ही 12वीं के लिए भी ऑब्जेक्टिव क्राइटेरिया तैयार किया जाएगा। कोई स्टूडेंट इंटरनल असेसमेंट के बेस पर रिजल्ट से संतुष्ट नहीं है तो उसे एग्जाम देने का मौका दिया जाएगा। हालांकि, इसके लिए कोरोना बने हालात संभलने का इंतजार किया जाएगा।

इंटरनल एसेसमेंट के चांस ज्यादा
प्रधानमंत्री की मंगलवार को आयोजित बैठक के बाद केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने ये बयान दिया था कि रिजल्ट के लिए इंटरनल एग्जाम को भी आधार बनाया जा सकता है। ऐसे में इस फॉर्मूला के चांस ज्यादा हैं। हालांकि, CBSE ने स्पष्ट कर दिया है कि अभी किसी तरह के कयास न लगाए जाएं।

10वीं के लिए भी है इंटरनल असेसमेंट
10वीं की परीक्षाएं पहले ही रद्द कर दी गई है। इसका रिजल्ट तैयार करने के लिए 5 सदस्यीय शिक्षकों की टीम का गठन हर स्कूल में किया गया है। ये टीम भी इंटरनल असेसमेंट के आधार पर 10वीं का रिजल्ट तैयार करेगी।

पिछली बार का फॉर्मूला नहीं हो सकता लागू
पिछले साल पूरी परीक्षा रद्द नहीं हुई थी। कोरोना के चलते बीच में परीक्षाएं रद्द करनी पड़ी थीं। कुछ छात्रों के 1, कुछ के 2 तो कुछ के 3 पेपर रह गए थे। इसके बाद CBSE ने छात्रों द्वारा दिए गए पेपर के मार्क्स को आधार बनाकर बाकी पेपर के लिए एवरेज मार्किंग की थी। इस बार पिछले साल के फार्मूला लागू नहीं किया जा सकता है।

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