Derek O Brien Tmc Supports Naidu Says The Fight Started Four Years Before Kp | नायडू को समर्थन देने पहुंचे TMC नेता डेरेक ओ ब्रायन, कहा- 4 साल पहले ही शुरू हो गई थी लड़ाई
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री और तेलगू देशम पार्टी (TDP) के अध्यक्ष एन. चंद्रबाबू नायडू आज यानी सोमवार को दिल्ली में एक दिन के उपवास पर बैठे हैं. वह आंध्रप्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग कर रहे हैं. ऐसे में कई विपक्षी पार्टियां उनके समर्थन में दिल्ली पहुंच गई हैं. यहां शामिल हुए तृणमूल कांग्रेस के डेरेक ओ ब्रायन ने चंद्रबाबू नायडू से कहा, नायडू जी, मैं टीडीपी को बधाई देना चाहूंगा. हमने यह लड़ाई 4 साल पहले शुरू की थी, लेकिन एक बहुत महत्वपूर्ण तारीख है – 20 जुलाई, 2018 – जब टीडीपी लोकसभा में ‘नो कॉन्फिडेंस मोशन’ लेकर आई. इससे मोदी डर गए.
Derek O’Brien, TMC at ‘Dharma Porata Deeksha’: Chandrababu Naidu ji, I would like to congratulate TDP. We started this fight 4 years back but there is a very important date – July 20, 2018 – when TDP brought in ‘No Confidence Motion’ in Lok Sabha. This scared Modi. pic.twitter.com/UMG9NLlOvr
— ANI (@ANI) February 11, 2019
उसके बाद 9 जनवरी, 2019 को एसपी-बीएसपी एक साथ आ गए. उसके बाद 19 जनवरी को क्या हुआ? 2019 बीजेपी खत्म. उस दिन 22 राजनीतिक दलों के वरिष्ठ नेता एक ही मंच पर आए. मैं इन तारीखों का उल्लेख क्यों कर रहा हूं? क्योंकि उन सभी के बाद, बीजेपी को एक नया सहयोगी मिला – सीबीआई.
Derek O’Brien: After that on Jan 9, 2019 SP-BSP came together. After that, what happened on Jan 19? 2019 BJP finish. On that day senior leaders of 22 political parties came on the same stage. Why am I mentioning these dates? Because after all of them, BJP got one new ally – CBI https://t.co/yTUpKdqeVs
— ANI (@ANI) February 11, 2019
क्या है पूरा मामला?
बता दें कि डेरेक ओ ब्रायन के अलावा नायडू को समर्थन देने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, डीएके के नेता टी शिवा, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी आदी पहुंचे हैं.
नायडू आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा दिलाने और राज्य पुनर्गठन अधिनियम, 2014 के तहत केंद्र के किए गए वादों को पूरा करने की मांग को लेकर यह भूख हड़ताल कर रहे हैं.
नायडू का यह भूख हड़ताल सोमवार सुबह आठ बजे से लेकर रात आठ बजे तक आंध्र भवन में जारी रहेगा. इसके अगले दिन यानी मंगलवार 12 फरवरी को वो राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद को एक ज्ञापन भी सौंपेंगे.
बता दें कि पूर्व में एनडीए गठबंधन का हिस्सा रही टीडीपी ने इस मुद्दे पर पिछले साल (2018) में केंद्र सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया था. नायडू वर्ष 2014 में हुए राज्य बंटवारे में आंध्र प्रदेश के साथ अन्याय होने की बात कहते रहे हैं.