Kapil Sibal Defends Ambani In Court Attacks Him Outside Double Role | कपिल सिब्बल का Double Role: अनिल अंबानी के साथ भी और खिलाफ भी!
Kapil Sibal इन दिनों दोहरी भूमिका निभा रहे हैं. यानी वो एकतरफ वकील और दूसरी तरफ नेता के रोल में हैं. उन्होंने पहले मंगलवार सुबह-सुबह पहले राफेल (Rafale) पर अनिल अंबानी के खिलाफ ट्वीट किया. उसके बाद मंगलवार दोपहर एक अन्य मामले में अनिल अंबानी के वकील बनकर सुप्रीम कोर्ट में उनकी पैरवी करने पहुंचे थे.
It seems Airbus , French Government , Anil Ambani all knew that the PM will sign an MOU on his visit to France between 9th and 11th April , 2015 .
This Government’s lies exposed. pic.twitter.com/rJGNNycaRH— Kapil Sibal (@KapilSibal) February 12, 2019
पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल ने प्रधानमंत्री मोदी की फ्रांस यात्रा के समय का एक मेल ट्वीट किया है. इसके साथ उन्होंने लिखा है, ‘ऐसा लगता है कि एयरबस, फ्रांस सरकार और अनिल अंबानी को पहले से पता था कि प्रधानमंत्री अपनी फ्रांस यात्रा के दौरान एक MoU साइन करेंगे.’ प्रधानमंत्री मोदी 9-11 अप्रैल, 2015 को फ्रांस के दौरे पर गए थे. इसी दौरान राफेल डील को लेकर MoU साइन हुआ था.
सिब्बल द्वारा ट्वीट किए गए मेल में इस बात का जिक्र है कि अनिल अंबानी की बैठक के बारे में उद्योग सलाहकार क्रिस्टोफ सलोमन ने तत्कालीन फ्रांसीसी रक्षा मंत्री ज्यां-यवेस ले ड्रियान को बताया था. यह बैठक बहुत कम समय में गोपनीय तरीके से की गई थी.
Two weeks before even the then RM Parrikar knew about Modi’s Rafale deal, the failed businessman Anil Ambani met French defence officials in a confidential meeting. Soon after, Reliance Defence was incorporated.
Bolo #ChowkidarChorHaihttps://t.co/4PI9iML9ud
— Congress (@INCIndia) February 12, 2019
फ़र्स्टपोस्ट की खबर के मुताबिक, कांग्रेस पार्टी ने अपने ट्विटर हैंडल से आरोप लगाया कि अनिल अंबानी को राफेल डील के बारे में उस समय के रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर से दो हफ्ते पहले ही जानकारी मिल गई थी. कांग्रेस ने अनिल अंबानी कंपनी बनाने के समय पर भी सवाल उठाया है. पार्टी का कहना है कि इस कंपनी को तब ही बनाया गया जब यह तय हो गया कि इस डील से कंपनी को लाभ मिलेगा.