न्यूज डेस्क, अमर उजाला, मुंबई
Published by: दीप्ति मिश्रा
Updated Mon, 22 Mar 2021 02:59 PM IST
परमबीर सिंह, अनिल देशमुख और शरद पवार
– फोटो : अमर उजाला
मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह के महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख पर 100 करोड़ की वसूली कराने के आरोप लगाने के बाद उद्धव सरकार में उथल-पुथल मची हुई है। राज्य में विपक्षी पार्टी भाजपा गृह मंत्री अनिल देशमुख के इस्तीफे की मांग पर अड़ी हुई है। इस पर, एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने सोमवार को देशमुख का बचाव करते हुए कहा कि जिस वक्त की मुलाकात का परमबीर सिंह ने जिक्र किया है, उस वक्त देशमुख अस्पताल में थे।
इस पर पलटवार करते हुए भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने देशमुख का 15 फरवरी को प्रेस कॉन्फ्रेंस करने का एक वीडियो साझा किया है। भाजपा के आरोपों के बाद देशमुख ने सफाई दी कि अस्पताल के गेट पर मौजूद मीडियाकर्मियों से वार्ता की थी।
राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) प्रमुख शरद पवार ने सोमवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर गृह मंत्री अनिल देशमुख का बचाव किया। शरद पवार ने कहा कि देशमुख 5 से 15 फरवरी तक कोरोना संक्रमित होने की वजह से अस्पताल में भर्ती थे, ऐसे में क्राइम ब्रांच के निलंबित पुलिस अधिकारी सचिन वाजे से उनकी मुलाकात का सवाल ही नहीं उठता है। पवार ने कहा कि देशमुख और वाजे की मुलाकात को लेकर परमबीर सिंह के आरोप पूरी तरह गलत हैं। उन्होंने कहा कि परमबीर सिंह जांच की दिशा को भटकाने के लिए इस तरह के गलत आरोप लगा रहे हैं।
भाजपा का जवाब, अस्पताल में भर्ती होने की बात झूठी
जिस वक्त शरद पवार प्रेस कॉन्फ्रेस कर देशमुख का बचाव कर रहे थे, उसी वक्त भाजपा आईटी सेल के प्रभारी अमित मालवीय ने देशमुख का अनिल देशमुख का 15 फरवरी का एक ट्वीट शेयर किया। इसके साथ मालवीय ने लिखा, शरद पवार ने दावा किया है कि अनिल देशमुख 5-15 फरवरी अस्पताल में भर्ती थे और 16-27 फरवरी क्वांरटीन थे, लेकिन 15 फरवरी को अनिल देशमुख ने प्रेसवार्ता को संबोधित किया था। कितना बड़ा झूठ फैलाया जा रहा है।
शरद पवार पर पलटवार करते हुए भाजपा के आईटी प्रमुख अमित मालवीय ने एक वीडिया साझा कर अस्पताल में होने के तथ्य पर सवाल उठाए। इसके बाद अनिल देशमुख ने भाजपा के आरोपी पर सफाई दी। उन्होंने कहा कि भाजपा झूठ फैला रही है। उन्होंने कहा, ”मैं पहली बार 28 तारीख को अपने घर से बाहर निकला था। मैं 15 से 27 होम क्वारेंटीन था और उससे पहले 5 से 15 फरवरी तक अस्पताल में भर्ती था।
प्रेस कॉन्फ्रेंस के वीडियो को लेकर देशमुख ने कहा कि 15 फरवरी को घर वापस लौटते वक्त अस्पताल के गेट पर ही कुछ पत्रकार मेरा इंतजार कर रहे थे। मैं उस दिन कमजोरी महसूस कर रहा था। इसलिए एक कुर्सी पर बैठ गया था और मीडिया के सवालों का जवाब दिया था। इसके बाद मैं सीधा अपनी कार में जाकर बैठ गया और घर चला गया।
विस्तार
मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह के महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख पर 100 करोड़ की वसूली कराने के आरोप लगाने के बाद उद्धव सरकार में उथल-पुथल मची हुई है। राज्य में विपक्षी पार्टी भाजपा गृह मंत्री अनिल देशमुख के इस्तीफे की मांग पर अड़ी हुई है। इस पर, एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने सोमवार को देशमुख का बचाव करते हुए कहा कि जिस वक्त की मुलाकात का परमबीर सिंह ने जिक्र किया है, उस वक्त देशमुख अस्पताल में थे।
इस पर पलटवार करते हुए भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने देशमुख का 15 फरवरी को प्रेस कॉन्फ्रेंस करने का एक वीडियो साझा किया है। भाजपा के आरोपों के बाद देशमुख ने सफाई दी कि अस्पताल के गेट पर मौजूद मीडियाकर्मियों से वार्ता की थी।
राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) प्रमुख शरद पवार ने सोमवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर गृह मंत्री अनिल देशमुख का बचाव किया। शरद पवार ने कहा कि देशमुख 5 से 15 फरवरी तक कोरोना संक्रमित होने की वजह से अस्पताल में भर्ती थे, ऐसे में क्राइम ब्रांच के निलंबित पुलिस अधिकारी सचिन वाजे से उनकी मुलाकात का सवाल ही नहीं उठता है। पवार ने कहा कि देशमुख और वाजे की मुलाकात को लेकर परमबीर सिंह के आरोप पूरी तरह गलत हैं। उन्होंने कहा कि परमबीर सिंह जांच की दिशा को भटकाने के लिए इस तरह के गलत आरोप लगा रहे हैं।
भाजपा का जवाब, अस्पताल में भर्ती होने की बात झूठी
जिस वक्त शरद पवार प्रेस कॉन्फ्रेस कर देशमुख का बचाव कर रहे थे, उसी वक्त भाजपा आईटी सेल के प्रभारी अमित मालवीय ने देशमुख का अनिल देशमुख का 15 फरवरी का एक ट्वीट शेयर किया। इसके साथ मालवीय ने लिखा, शरद पवार ने दावा किया है कि अनिल देशमुख 5-15 फरवरी अस्पताल में भर्ती थे और 16-27 फरवरी क्वांरटीन थे, लेकिन 15 फरवरी को अनिल देशमुख ने प्रेसवार्ता को संबोधित किया था। कितना बड़ा झूठ फैलाया जा रहा है।
अस्पताल के गेट पर मीडिया से बात की थी : देखमुख
शरद पवार पर पलटवार करते हुए भाजपा के आईटी प्रमुख अमित मालवीय ने एक वीडिया साझा कर अस्पताल में होने के तथ्य पर सवाल उठाए। इसके बाद अनिल देशमुख ने भाजपा के आरोपी पर सफाई दी। उन्होंने कहा कि भाजपा झूठ फैला रही है। उन्होंने कहा, ”मैं पहली बार 28 तारीख को अपने घर से बाहर निकला था। मैं 15 से 27 होम क्वारेंटीन था और उससे पहले 5 से 15 फरवरी तक अस्पताल में भर्ती था।
प्रेस कॉन्फ्रेंस के वीडियो को लेकर देशमुख ने कहा कि 15 फरवरी को घर वापस लौटते वक्त अस्पताल के गेट पर ही कुछ पत्रकार मेरा इंतजार कर रहे थे। मैं उस दिन कमजोरी महसूस कर रहा था। इसलिए एक कुर्सी पर बैठ गया था और मीडिया के सवालों का जवाब दिया था। इसके बाद मैं सीधा अपनी कार में जाकर बैठ गया और घर चला गया।
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