yogi adityanath best pm after modi: aaj tak mood of the nation survey shows up cm yogi adityanath would be the best prime minsiter after narendra modi
हाइलाइट्स:
- उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की लोकप्रियता में तेजी से हो रहा इजाफा
- सीएम योगी आदित्यनाथ को लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकल्प के रूप में देख रहे हैं
- इंडिया टुडे और कार्वी इनसाइट्स के ‘मूड ऑफ द नेशन’ सर्वे में यह बात आई सामने
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) की लोकप्रियता में तेजी से इजाफा हो रहा है। सीएम योगी की लोकप्रियता का आलम यह है कि लोग उन्हें पीएम नरेंद्र मोदी के विकल्प के रूप में देख रहे हैं। इसका पता इंडिया टुडे और कार्वी इनसाइट्स के ‘मूड ऑफ द नेशन’ सर्वे में चला। सर्वे के मुताबिक लोग देश के अगले प्रधानमंत्री के तौर पर योगी आदित्यनाथ को देखना चाहते हैं। इसका बड़ा कारण यूपी में किए गए सीएम योगी के कामों को जाता है।
यूपी में योगी आदित्यनाथ सरकार ने अपने कामों की बदौलत 23 करोड़ जनता का विश्वास जीता है। कोरोना महामारी से लेकर शिक्षा, विकास कार्यों में योगी ने बढ़कर प्रसिद्धी पाई है। यूपी की योगी सरकार अपने कार्यकाल में सबसे ज्यादा लोगों को नौकरी देने वाली सरकार बनी है। यूपी में शिक्षा विभाग से लेकर अन्य विभागों में बड़ी संख्या में लोगों की भर्तियां हुई हैं, जो कि अपने आप में एक रेकॉर्ड है।
कोरोना महामारी में छाए योगी
कोरोना महामारी के दौर में योगी आदित्यनाथ के कामों को हर स्तर पर सराहना मिली। विश्व स्वास्थ्य संगठन से लेकर दुश्मन देश पाकिस्तान से भी कोरोना पर सीएम योगी की तारीफ सुनी गई। कोरोना महामारी के दौर में सीएम योगी ने देश में सबसे ज्यादा टेस्ट करवाकर बीमारी पर काबू पाया। वहीं यूपी में कॉट्रेक्ट ट्रेसिंग के प्लान को दूसरे राज्यों ने अपनाया।
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रोजगार देने में भी आगे रहे योगी
सीएम योगी आदित्यनाथ ने शिक्षा विभाग और पुलिस विभाग में बड़ी संख्या में युवाओं की भर्तियां की। हालांकि इस बीच कुछ भर्तियों में कानूनी पेंच भी फंसे लेकिन सरकार ने सभी का हल निकाला और तेजी से काम किए। शिक्षा और पुलिस विभाग के अलावा दूसरे विभागों में भी योगी सरकार ने बड़ी संख्या में युवाओं की भर्तियां की।
कोरोना काल में दिया भत्ता
कोरोना महामारी के दौर में यूपी की योगी सरकार ने सबसे पहले कामगारों को सहारा दिया। सरकार ने श्रमिकों के खाते में एक-एक हजार रुपये डाले। इससे श्रमिकों के सामने गहराया आर्थिक संकट दूर हुआ था। यूपी सरकार के इस कदम को बाद में दूसरे राज्यों ने भी अपनाया था।
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विकास कार्यों को दी प्राथमिकता
सीएम योगी ने विकास कार्यों को प्राथमिकता दी। यूपी की पूर्ववर्ती सरकारों के आधे-अधूरे कामों को पूरा करने के साथ ही योगी सरकार ने नए कामों की आधारशिला भी रखी। पूर्वांचल एक्सप्रेसवे और बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे समेत योगी सरकार ने सड़कों के जाल को और बढ़ाया।
किसानों को दी राहत
योगी सरकार ने सरकार बनने के बाद केंद्र की तरह प्रदेश में भी जाति, मजहब, पंथ को परे रख गरीब, किसान, महिला, नौजवान को केंद्र में रखा। चुनौती बहुत थी लेकिन सरकार ने उसे अवसर में बदला और प्रदेश का परसेप्शन बदला। यूपी की योगी सरकार ने पहली ही बैठक में 86 लाख लघु और सीमांत किसानों का कर्ज माफ किया था।
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24 घंटे बिजली, अपराध में कमी का दावा
यूपी की योगी सरकार में जिला स्तर पर 24 घंटे, तहसील स्तर पर 20 घंटे और ग्रामीण इलाकों में 18 घंटे बिजली दी जा रही है।
अपराध पर काबू पाने का दावा
सीएम योगी की माने तो उनकी सरकार आने के बाद से प्रदेश में अपराध की घटनाओं में कमी आई है। हत्या में 15 फीसदी, बलवे की घटनाओं में 38 फीसदी और डकैती के मामलों में 54 फीसदी की कमी आई है। योगी सरकार ने प्रदेश को अपराधियों का चारागाह नहीं बनने दिया।