Joint Pain: जोड़ों-हड्डियों पर बहुत भारी पड़ती हैं ये 8 गलतियां, तुरंत सुधारें

Joint Pain: जोड़ों-हड्डियों पर बहुत भारी पड़ती हैं ये 8 गलतियां, तुरंत सुधारें

Knee painful – skeleton x-ray, 3D Illustration medical concept.

(Bones and joint health) सर्दी के मौसम में लोगों को अक्सर जोड़ (Joint pain) दुखने की समस्या होती है. ठंड का मौसम ( Joint pain in winters) आते ही घुटने, एड़ी, कलाई, कंधे या कोहनी में ऐसी दिक्कतें बढ़ जाती हैं. क्या आप जानते हैं  कि रोजमर्रा की आपकी कई बुरी आदतें भी इसके लिए जिम्मेदार होती हैं. दिनभर हम न जाने ऐसी किनती गलती करते हैं जो हमारे जोड़ और मांसपेशियों के लिए खतरनाक होती हैं.

मोटापा– शरीर में दो अलग-अलग हड्डियों के जुड़ाव को हम जोड़ (ज्वॉन्ट) कहते हैं. एक्सपर्ट कहते हैं कि शरीर का बढ़ता वजन हमारे जोड़ों के लिए नुकसानदायक है. इससे कमर, पंजे या कूल्हे में खिंचाव आने का खतरा भी बढ़ जाता है. मोटापा शरीर में सूजन की समस्या को भी ट्रिगर करता है.

धूम्रपान या तंबाकू- धूम्रपान या तंबाकू के सेवन से भी जोड़ों में दर्द की समस्या बढ़ सकती है. एक्सपर्ट कहते हैं कि सिगरेट या तंबाकू में मौजूद निकोटिन जोड़ और हड्डियों तक पहुंचने वाले ब्लड फ्लो को बाधित करता है. इससे हड्डियों को पर्याप्त कैल्शियम भी नहीं मिलता है. साथ ही, ये एस्ट्रोजन नाम के हार्मोन को भी नष्ट करता है जो हड्डियों की सेहत के लिए अच्छा होता है. फलस्वरूप आपकी हड्डियां कमजोर हो जाती है और जोड़ों में दर्द सताने लगता है.

सिर की पोजिशन- अक्सर आपने लोगों को बिना सिर हिलाए घंटों तक फोन पर चैटिंग करते देखा होगा. लेकिन क्या इससे होने वाले खतरे से आप वाकिफ हैं. एक्सपर्ट कहते हैं, फोन का इस्तेमाल करते वक्त हमारी गर्दन और कंधे जिस पोजिशन में चले जाते हैं, वो सही नहीं है. इस पोजिशन में अगर आपकी चिन छाती से टच हो रही है तो समझ लीजिए आपकी गर्दन पर एक नहीं बल्कि 5 गर्दनों का भार है.

उंगलियां चटकाना– अपने आस-पास आपने कई लोगों को उंगलियां चटकाने पर टोकते देखा होगा. एक स्टडी के मुताबिक, उंगलियां चटकाने से हाथ का पंजा कमजोर होता है और पकड़ भी ढीली होती है. हड्डियों को जोड़कर रखने वाली मांसपेशियों और अस्थिरज्जु (लिगामेंट्स) पर इसका बुरा असर पड़ता है.

पेट के बल सोना– बिस्तर पर पेट के बल यानी उल्टा सोने से आपको खर्राटों से तो राहत मिल सकती है, लेकिन ये आपके सिर को पीछे की तरफ धकेलता है. रीढ़ की हड्डी पर भी इसका बुरा असर होता है. इस पोजिशन में आपका सिर लंबे समय तक एक ही डायरेक्शन में रहता है. आपके जोड़ और मांसपेशियों पर इसका बहुत बुरा असर होता है.

गलत पोजिशन रिपीट करना– घर में काम करते समय या टेनिस खेलते वक्त गलत पोजिशन को बार-बार रिपीट करने से जोड़ों पर बुरा असर होता है. इससे मांसपेशियों पर ओवरलोड और जोड़ों पर दबाव बढ़ता है. ऐसे में आपको टेनिस एल्बो जैसी दिक्कत हो सकती है.

गलत मांसपेशी का इस्तेमाल– जब आप किसी छोटे मसल से बड़ी या वजनदार चीजे उठाते हैं तो इसका आपके जोड़ों पर बुरा असर होता है. उदाहरण के लिए, अगर आप कोई बड़ा दरवाजा कंधे की बजाए उंगली के जोर से खोलने की कोशिश करेंगे तो निश्चित ही समस्या बढ़ेगी.

कंधे पर बोझ– कंधों पर भारी बैग या पर्स लटकाकर चलने से भी कंधे या कमर से जुड़ी इंजरी हो सकती है. कंधे पर एक साइड बैग लटकाना तो और भी गलत है. इससे शरीर का बैलेंस और चाल दोनों प्रभावित होते हैं. इससे मांसपेशियों में बहुत ज्यादा खिंचाव आत है और जोड़ों में दिक्कत भी बढ़ती है.

फुटवियर- अगर कोई जूता आपके पंजे या टखने को सपोर्ट नहीं कर रहा है तो ये घुटने, कल्हे और कमर के लिए चिंता की बात हो सकती है. पैर के लिए कम्फर्टेबल शूज से मोच आने का खतरा भी कम होता है. बहुत ज्यादा लचीला या घुमावदार जूता भी पैर के लिए अच्छा नहीं है. इसके इस्तेमाल से पंजे का वास्तविक रूप से हिलना या मुड़ना बंद हो जाता है.

बॉडी स्ट्रेच न करना– मांसपेशियों को स्ट्रेच करने से बॉडी की फ्लेक्सिब्लिटी अच्छी रहती है. ऐसे में इंजरी और ज्वॉइंट पेन होने का खतरा भी कम हो जाता है. इसे छोड़ने से आप न सिर्फ आलस का शिकार होंगे, बल्कि मांसपेशियों में भी दिक्कत बढ़ जाएगी.

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