Farmers Protest Updates In Photos | Haryana Punjab Kisan Photos | Delhi-Ghazipur Border Latest Images Update | दिल्ली-गाजीपुर बॉर्डर पर पुलिस ने बैरिकेड्स के आगे बसें खड़ी कर रास्ता रोका, किसान भी सड़कों पर जमे

  • Hindi News
  • National
  • Farmers Protest Updates In Photos | Haryana Punjab Kisan Photos | Delhi Ghazipur Border Latest Images Update

Ads से है परेशान? बिना Ads खबरों के लिए इनस्टॉल करें दैनिक भास्कर ऐप

नई दिल्ली10 मिनट पहले

  • कॉपी लिंक

दिल्ली-गाजीपुर बॉर्डर पर रोड को ब्लॉक करने के लिए खड़ी की गईं बसें।

कृषि कानूनों के विरोध में किसानों के आंदोलन का आज आठवां दिन है। सरकार और किसान संगठनों के बीच बातचीत हुई, लेकिन अब तक कोई समाधान नहीं निकल सका। पुलिस ने राष्ट्रीय राजधानी की ओर जाने वाले रास्ते बंद कर दिए हैं। यहां बैरिकेड्स के आगे बसें भी खड़ी की गईं हैं। पिछले दिनों किसानों ट्रैक्टर्स से इन बैरिकेड्स को हटा दिया था। बहरहाल, इस बैरिकेडिंग की वजह से इससे हजारों लोगों को दिल्ली जाने और वहां से निकलने में दिक्कत हो रही है।

नए कृषि कानून को वापस लेने और फसल के न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की गारंटी की मांग को लेकर किसान आंदोलन कर रहे हैं।

नए कृषि कानून को वापस लेने और फसल के न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की गारंटी की मांग को लेकर किसान आंदोलन कर रहे हैं।

पंजाब और हरियाणा के हजारों किसान 'दि‍ल्ली चलो' मार्च निकाल रहे हैं।

पंजाब और हरियाणा के हजारों किसान ‘दि‍ल्ली चलो’ मार्च निकाल रहे हैं।

मार्च को रोकने के लिए बॉर्डर सील कर दिए गए हैं। इसके अलावा भारी पुलिस फोर्स भी तैनात किए गए हैं।

मार्च को रोकने के लिए बॉर्डर सील कर दिए गए हैं। इसके अलावा भारी पुलिस फोर्स भी तैनात किए गए हैं।

दिल्ली-गाजीपुर बॉर्डर पर तैनात सुरक्षा बल।

दिल्ली-गाजीपुर बॉर्डर पर तैनात सुरक्षा बल।

दिल्ली-गाजियाबाद बॉर्डर पर प्रदर्शन के दौरान लोगों को खाना बांटते भारतीय किसान यूनियन के सदस्य।

दिल्ली-गाजियाबाद बॉर्डर पर प्रदर्शन के दौरान लोगों को खाना बांटते भारतीय किसान यूनियन के सदस्य।

दिल्ली-गाजियाबाद बॉर्डर पर प्रदर्शन करते भारतीय किसान यूनियन के सदस्य।

दिल्ली-गाजियाबाद बॉर्डर पर प्रदर्शन करते भारतीय किसान यूनियन के सदस्य।

सिंघू बॉर्डर पर नए किसान कानून का विरोध के दौरान महिलाओं ने भी हिस्सा लिया।

सिंघू बॉर्डर पर नए किसान कानून का विरोध के दौरान महिलाओं ने भी हिस्सा लिया।

केंद्र से बातचीत करने के लिए प्रतिनिधियों को भेजते किसान।

केंद्र से बातचीत करने के लिए प्रतिनिधियों को भेजते किसान।

Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *