if bank not issue kisan credit card kcc then dial these numbers and log complain

पीएम किसान सम्मान निधि स्कीम के तहत देश के 11 करोड़ किसानों की जमीन का रिकॉर्ड और उनका बायोमिट्रिक केंद्र सरकार के पास है। जो लोग इस योजना का लाभ ले रहे हैं उनके लिए किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) बनवाना बेहद आसान है। मोदी सरकार चाहती है कि इस स्कीम के सभी लाभार्थियों के पास केसीसी भी हो। इसके लिए सरकार ने मार्च 2021 तक देश में 15 लाख करोड़ रुपये का कृषि लोन बांटने का टारगेट रखा है। इस समय देश में करीब 8 करोड़ किसान क्रेडिट कार्ड धारक हैं।

बैंक करते हैं आनाकानी

हालांकि केसीसी को लेकर बहुत सारे किसान बैंकों के रवैये से परेशान हैं। किसानों का आरोप है कि बैंक कार्ड बनाने में आनाकानी करते हैं और जिसके पास कार्ड है, उन्हें लोन नहीं देते। ऐसे में हम आपको इसका समाधान बताने जा रहे हैं। अगर कोई बैंक पात्र होने के बावजूद किसान क्रेडिट कार्ड नहीं बनाता है तो उसकी शिकायत ऐसी जगह कर सकते हैं, जहां से उस बैंक की क्लास लग जाएगी। 

यहां करें शिकायत

रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की गाइडलाइन के मुताबिक बैंक को किसान के आवेदन करने के 15 दिन के भीतर यह कार्ड जारी करना होता है। अगर 15 दिन के भीतर कार्ड इश्यू नहीं किया जाता है तो आप बैंक के खिलाफ शिकायत कर सकते हैं। इसके लिए आप बैंकिंग लोकपाल से संपर्क कर सकते हैं। आप उस बैंकिंग लोकपाल को शिकायत करें, जिसके अधिकार क्षेत्र में बैंक की शाखा या कार्यालय स्थित है। इसके अलावा आरबीआई की आधिकारिक वेबसाइट के लिंक https://cms.rbi.org.in/ पर विजिट कर सकते हैं। वहीं, किसान क्रेडिट कार्ड हेल्पलाइन नंबर 0120-6025109 / 155261 और ग्राहक ईमेल (pmkisan-ict@gov.in) के माध्यम से हेल्प डेस्क से भी संपर्क कर सकते हैं।

यह भी पढ़ें: सिर्फ तीन दस्तावेज देकर झटपट बनावाएं किसान क्रेडिट कार्ड, बैंक नहीं कर पाएंगे आनाकानी

बता दें अब केसीसी सिर्फ खेती-किसानी तक सीमित नहीं है। पशुपालन व मछलीपालन के लिए भी इस योजना के तहत 2 लाख रुपये तक का कर्ज मिल सकेगा। खेती-किसानी, मछलीपालन और पशुपालन से जुड़ा कोई भी व्यक्ति, भले ही वो किसी और की जमीन पर खेती करता हो, इसका लाभ ले सकता है। न्यूनतम उम्र 18 साल और अधिकतम 75 साल होनी चाहिए।

       पशुपालन के लिए भी केसीसी

चार फीसदी ब्याज पर कर्ज

केसीसी के तहत 3 लाख रुपये तक का कर्ज सिर्फ 7 फीसदी ब्याज पर मिलता है। समय पर पैसा लौटा देते हैं तो 3 फीसदी की छूट मिलती है। इस तरह ईमानदार किसानों को 4 फीसदी ब्याज पर ही पैसा मिल रहा है।

 

Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *