अखिलेश यादव का मायावती पर हमला, बोले किया पर्दाफाश
हाइलाइट्स:
- उत्तर प्रदेश की 10 सीटों पर होने हैं राज्यसभा चुनाव
- 9 सीटें जीत सकती थी भाजपा पर खड़े किए सिर्फ 8 प्रत्याशी
- 1 सीट को लेकर बसपा और सपा के बीच शुरू हुई खींचतान
- मायावती ने कहा भाजपा से कर सकती हैं गठबंधन
- अखिलेश यादव ने मायावती पर किया पलटवार
राज्यसभा चुनाव को लेकर यूपी में सियासी उबाल के बीच समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बीएसपी की चीफ मायावती पर पलटवार किया है। उन्होंने कहा है कि भारतीय जनता पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के अंदरूनी गठबंधन को जनता के सामने लाने के लिए उन्होंने निर्दलीय प्रत्याशी का समर्थन किया था।
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि समाजवादी सोच के लोगों का मानना था कि निर्दलीय प्रत्याशी को सपोर्ट करेंगे, तभी जनता को पता चलेगा कि आखिरकार भाजपा और बसपा मिली है।
यूपी राज्यसभा सीट को लेकर ऐसे सियासत हुई तेज
दरअसल यूपी के राज्यसभा सीटों पर चुनाव होना है। भाजपा 9 सीटें जीत सकती थी, लेकिन सिर्फ 8 प्रत्याशी ही खड़े किए। कहा जा रहा है कि एक सीट बीजेपी ने बसपा के लिए छोड़ दी। इधर सपा ने एक निर्दलीय प्रत्याशी का समर्थन करके पासा पलटने का प्रयास किया लेकिन निर्दलीय प्रत्याशी प्रकाश बजाज का पर्चा खारिज होने के बाद अब बसपा के प्रत्याशी की जीत तय मानी जा रही है।
‘कुछ भी गठबंधन कर सकती है भाजपा’
निर्दलीय प्रत्याशी के समर्थन पर जब पत्रकारों ने अखिलेश से सवाल किया तो उन्होंने कहा, ‘भारतीय जनता पार्टी कुछ भी गठबंधन कर सकती है। सवाल यह भी है कि जो भी भाजपा से अंदर से मिले हैं, उनका पर्दाफाश हो गया। सपा ने इसीलिए निर्दलीय प्रत्याशी को सपॉर्ट किया था।’
डिंपल को राज्यसभा… कन्नी काट गए अखिलेश
मायावती ने कहा था कि बसपा अखिलेश की पत्नी डिंपल यादव को राज्यसभा भेजना चाहती थी, इसलिए सतीश चंद्र मिश्रा ने अखिलेश को कई बार फोन किया लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया। जब इस पर अखिलेश से सवाल किया गया तो वह इस सवाल के जवाब में कन्नी काट गए।
‘गरीबों को नहीं मिल रहा इलाज’
अखिलेश ने कहा कि कोविड अभी गया नहीं…अभी जाने वाला भी नहीं है। अर्थव्यवस्था कैसे पटरी पर आए? हम कैसे खुशहाल होंगे? टेस्ट न होना बीमारी का इलाज नहीं है। बीमारी का इलाज आ गया क्या? गरीब को इलाज नहीं मिल रहा है। लोगों के साथ भेदभाव हो रहे हैं। किसी ने कभी मां गंगा को साफ करने का संकल्प लिया था। उसकी हालत कैसे है। मेट्रो का काम आगे नहीं बढ़ सका। जितना था उतना ही रहा। चार लाख करोड़ का निवेश आ जाएगा तो प्रदेश में खुशहाली होगा।
Video: राज्यसभा चुनाव की पिच पर मायावती ने अखिलेश को किया चित