प्रदीप मिश्रा बार एसोसिएशन के अध्यक्ष निर्वाचित
प्रदीप मिश्रा बार एसोसिएशन के अध्यक्ष निर्वाचित
मलेश्वरम उपाध्यक्ष,अवनी सचिव, श्रीनिवास पंडा कोषाध्यक्ष निर्वाचित
78 फीसद वकीलों ने मतदान में लिया हिस्सा
राउरकेला:
ओड़िशा स्टेट बार एसोसिएशन के दिशा निर्देश पर राज्य भर के बार एसोसिएशन के साथ राउरकेला बार एसोसिएशन का चुनाव शनिवार को संपन्न हुआ।
चुनाव अधिकारी अमूल्य महापात्र व उनकी टीम की देखरेख में शनिवार की सुबह आठ बजे से शाम तीन बजे तक मतदान हुआ। 745 वोटरों में से 579 वकीलों ने मतदान में हिस्सा लिया।
78 फीसद वकीलों ने मतदान कर राउरकेला बार मे बैलेट से अध्यक्ष, उपाध्यक्ष,सचिव व कोषाध्यक्ष को चुना।
मतदान के बाद शाम छह बजे तक चली मतगणना के बाद परिणाम की घोषणा हुई, जिसमे त्रिकोणीय मुकाबले में प्रदीप मिश्रा सर्वाधिक वोट पाकर अध्यक्ष निर्वाचित हुए ।
प्रदीप मिश्रा को 579 में से 227 वोट, विस्मय दास को 190 वोट तो को 114 वोट मिले।
जबकि उपाध्यक्ष पद पर एम मलेश्वरम निर्वाचित हुए । एम. मलेश्वरम को 275 मत मिले,जबकि गंगाधर दास को 249 मत मिले।
अवनी प्रधान सचिव निर्वाचित हुए। अबनी प्रधान को 366 तथा किसन केरई को 168 वोट मिले।
कोषाध्यक्ष पद पर श्रीनिवास पंडा निर्वाचित हुए। श्रीनिवास पंडा को 248 मत मिले, जबकि इस पद पर उपेंद्र शतपति को 213 व हितेंद्र दास को 81 वोट पर सन्तोष करना पड़ा।
चुनाव परिणाम के बाद विजेताओं ने समर्थको के साथ जीत का जश्न मनाया और मिठाई खिला कर शुभेच्छुओं ने जीत की बधाई दी।
उल्लेखनीय है कि दर्जन भर से अधिक प्रत्याशी के सिंगल नॉमिनेशन के चलते के निर्विरोध चुन लिए गए।निर्विरोध चुने जाने वालों में जॉइंट सेक्रेटरी पद पर पद्मिनी दास,असिस्टेंट सेक्रेटरी पद पर एल ए हरि डोरा,लाइब्रेरी सेक्रेटरी पद पर शांतनु कुमार दास हैं ।
कार्यकारिणी सदस्य यानी एग्जीक्यूटिव मेंबर के रूप में 30 वर्ष के प्रैक्टिस केटेगरी में बबिता महापात्र व प्रमोद कुमार देवता, 20 वर्ष केटेगरी में विजय पटनायक व बुलु पटनायक,दस वर्ष केटेगरी में अक्षय कुमार सिंहदेव व तापस परिडा,महिला केटेगरी के दो पद में एक पद पर मैरी मैक्सिमा एक्का निर्विरोध चुने गए हैं, जबकि महिला का एक पद रिक्त है, जबकि सात वर्ष केटेगरी के दोनों पद के लिए किसी ने पर्चा दाखिल नहीं किया था , जिसकी भरपाई चुनाव बाद कार्यकारिणी समिति द्वारा की जा सकती है। सात वर्ष की कैटेगरी में किसी ने पर्चा दाखिल नहीं किया, लेकिन इस आयु वर्ग के वकीलों ने नई कमेटी के चुनाव में निर्णायक भूमिका निभाया।