Raised Sikh comunity of Raipur to pay tribute to the late farmers, said- Now it is not only the movement of farmers but the whole country | दिवंगत किसानों को रायपुर के सिख समाज ने दी श्रद्धांजलि, कहा- अब यह किसानों का नहीं पूरे देश का आंदोलन
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रायपुर6 मिनट पहले
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श्रद्धांजलि सभा में शामिल सिख समाज के प्रतिनिधियों में बड़ी संख्या महिलाओं की थी। बताया जा रहा है कि समाज की आंदोलन में भागीदारी अभी और बढ़ेगी।
- छत्तीसगढ़ किसान-मजदूर महासंघ के अनशन में ही दी गई श्रद्धांजलि
- रायपुर की गुरुद्वारा प्रबंधन समितियों के प्रतिनिधि भी हुए शामिल
केंद्र सरकार के तीन कृषि संबंधी विवादित कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन का दायरा बढ़ता जा रहा है। रायपुर के बूढ़ातालाब स्थित धरना स्थल पर छत्तीसगढ़ किसान-मजदूर महासंघ का अनशन पांडाल आज एक श्रद्धांजलि सभा में बदल गया। दिल्ली की सीमा पर चल रहे आंदोलन के दौरान दिवंगत किसानों के सम्मान में छत्तीसगढ़ सिख समाज के महिला-पुरुष बड़ी संख्या में पहुंचे। इसमें रायपुर की गुरुद्वारा प्रबंधन समितियों के प्रतिनिधि भी शामिल थे।
किसानों, कई सामाजिक-राजनीतिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों और जनसंगठनों ने किसान आंदोलन में विभिन्न वजहों से मरे 30 किसानों को बलिदानी और शहीद बताया। उनका कहना था, अब यह आंदोलन केवल किसानों का नहीं है। यह पूरे देश का आंदोलन बन गया है। छत्तीसगढ़ सिख समाज के मनमोहन सिंह सैलानी ने कहा, देश की खातिर सिख गुरुओं ने अपने बच्चों तक की कुर्बानी दी है। अब एक सिख संत बाबा राम सिंह ने किसानों को बचाने के लिए कुर्बानी दे दी। उन्होंने कहा, यह कुर्बानी व्यर्थ नहीं जाने दी जाएगी।
सैलानी ने कहा, दिल्ली के किसान आंदोलन में शहीद हुए अधिकतर किसान पंजाब के हैं। पंजाब ने कभी आजादी की लड़ाई का बिगुल बजाया था वह अब किसानों की आजादी के लिए सड़कों पर बैठा है।
सभा में सिख संगठनों की मौजूदगी बढ़ रही है। दूसरे राजनीतिक-सामाजिक संगठनों के लोग भी समर्थन देने रोज जुट रहे हैं।
अधिवक्ता फैज़ल रिजवी ने कहा, जब देश का किसान खेत छोड़कर सड़क पर है तो फिर हम कैसे अपना कोई व्यवसाय करते रह सकते हैं। हम सब का फर्ज है कि किसानों के सम्मान में अब देश का हर नागरिक बाहर निकले।
श्रद्धांजलि सभा को पूर्व विधायक वीरेंद्र पाण्डेय, नई राजधानी किसान कल्याण संघर्ष समिति के अध्यक्ष रूपन चंद्राकर, समाजवादी नेता मनमोहन अग्रवाल, दाऊ आनंद कुमार, ठाकुर रामगुलाम सिंह, आदिवासी भारत महासभा के सौरा यादव, संस्कृति कर्मी बालकृष्ण अय्यर, उमा प्रकाश ओझा, लक्ष्मीकांत अग्रवाल गुरुद्वारा प्रबंधन समितियों के प्रतिनिधि त्रिलोचन सिंह काले, जसपाल सिंह सलूजा, बलजिंदर सिंह, दलबीर सिंह, जसपाल सिंह लाडा ने भी संबोधित किया। संचालन डॉ. संकेत ठाकुर ने किया।
भाजपा सरकार पर हमलावर रहे वक्ता
पूर्व विधायक जनकलाल ठाकुर ने कहा, मोदी सरकार किसानों-मजदूरों के लिए एक बड़ा खतरा बन गई है। उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री मोदी को सड़क पर बैठे लाखों किसानों से चर्चा करने की फुर्सत नहीं है लेकिन वे टीवी पर अपने आप को किसानों का हितैषी बताने की झूठी कोशिश कर रहे हैं।
छत्तीसगढ़ किसान-मजदूर महासंघ का क्रमिक अनशन लगातार जारी है। बारी-बारी से रोज पांच प्रतिनिधि अनशन पर बैठते हैं।
सातवें दिन भी जारी रहा क्रमिक अनशन
श्रद्धांजलि सभा के बीच किसानों का क्रमिक अनशन सातवें दिन भी जारी रहा। आज अखिल भारतीय क्रांतिकारी किसान सभा के राज्य सचिव तेजराम विद्रोही, छत्तीसगढ़ अभिकर्ता निवेशक कल्याण संघ के लक्ष्मी नारायण चंद्राकर, ललित साहू, छन्नूलाल यादव और फेरहा राम धीवर अनशन पर बैठे थे। रायपुर में किसान संगठनों का यह अनशन 14 दिसम्बर से शुरू हुआ है।
पार्क के किनारे दिवंगत किसानों की तस्वीरों पर फूल चढ़ाकर प्रदर्शनकारियों ने सम्मान व्यक्त किया।
वामपंथी संगठनों ने मानव शृंखला बनाई
माकपा, ट्रेड यूनियनों के कार्यकर्ता, रंगकर्मी, पत्रकार, चिकित्सक, साहित्यकार, लेखक, छात्र, युवा, महिलाओं, शिक्षाविदों ने रायपुर नगर निगम के सामने मानव शृंखला बनाकर दिवंगत किसानों को श्रद्धांजलि दी। श्रद्धांजलि सभा व मानव श्रृंखला को माकपा नेता धर्मराज महापात्र, चिकित्सक डाॅ. विप्लव बंदोपाध्याय, ईप्टा के अरुण काठोटे, ट्रेड यूनियन नेता राकेश साहू, एससी भट्टाचार्य, बीके ठाकुर, माकपा जिला सचिव शेखर प्रदीप गभने, फिल्मकार शेखर नाग, जनवादी महिला समिति की अंजना बाबर, प्राचार्य नीतू अवस्थी आदि ने संबोधित किया।