अखिलेश यादव की उपस्थिति में कांग्रेस बीएसपी नेता एसपी में शामिल
उत्तर प्रदेश में उपचुनाव के नतीजे आने से पहले समाजवादी पार्टी ने सत्ताधारी बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सोमवार को दावा किया कि बीजेपी सरकार ने उपचुनाव में धांधली की है। उन्होंने कहा कि 10 नवंबर को उपचुनाव के परिणाम आने के बाद वह मीडिया को कुछ ऐसे वीडियो दिखाएंगे, जिसमें मतदाताओं को निकलने से रोका जा रहा है। अखिलेश ने सोमवार को पार्टी कार्यालय में एक कार्यक्रम के दौरान ये बातें कहीं।
इस कार्यक्रम में कांग्रेस, बीएसपी और जेडीयू के तीन पूर्व कार्यकर्ताओं ने समाजवादी पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। इनमें मशहूर साइक्लिस्ट अभिषेक सिंह भी शामिल हैं। कार्यक्रम के दौरान मीडिया से बात करते हुए अखिलेश ने कहा, ‘अनेक पार्टियों से बड़ी संख्या में नेता हमसे जुड़ रहे हैं। मैं जिन्होंने समाजवादी पार्टी को जॉइन किया है, उनका स्वागत करता हूं।’ उन्होंने कहा कि कांग्रेस और बहुजन समाज पार्टी के तीन पूर्व सांसद और चार पूर्व विधायक अपने समर्थकों के साथ सोमवार को एसपी में शामिल हो गए।
ये नेता हुए एसपी में शामिल
इसके अलावा बहुजन समाज पार्टी के पूर्व सांसद कैलाश नाथ सिंह यादव, कांग्रेस के पूर्व सांसद बाल कुमार पटेल, पूर्व सांसद कैसर जहां समाजवादी पार्टी में शामिल होने वाले नेताओं में शामिल हैं। एसपी का दामन थामने वाले पूर्व विधायकों में राम सिंह पटेल, सुनील कुमार यादव, रमेश राही और धीरेंद्र प्रकाश भी शामिल हैं। इसके अलावा कई अन्य नेता भी अपने समर्थकों समेत एसपी में शामिल हुए।
बीजेपी पर निशाना
इस दौरान अखिलेश ने अमेरिका में हुए चुनाव का उदाहरण देते हुए कहा, ‘भारत के बाहर भी ऐसे लोग जो समाज को बांट कर काम करना चाहते थे उनको जनता ने रास्ता दिखा दिया और रास्ता ऐसा दिखाया है कि अब दोबारा उस रास्ते पर कोई नहीं चल सकता है।’ उन्होंने कहा कि वहां पर कुछ पत्रकारों ने यह दावा किया था कि चार साल में एक राष्ट्रपति ने बाइस हजार से ज्यादा झूठ बोले हैं। मैं यहां के पत्रकारों का मौका देता हूं कि आप उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और दिल्ली की सरकार के झूठ गिन लो तो लाखों में झूठ निकलेंगे।
राज्य में सात विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव के बारे में पूछे जाने पर अखिलेश ने बीजेपी सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि बीजेपी ने उपचुनावों में धांधली की है। परिणाम आने के बाद वह मीडिया को कुछ ऐसे वीडियो दिखाएंगे जिसमें मतदाताओं को निकलने से रोका जा रहा है।