Mukhtar Ansari assembly membership: काली कमाई पर ऐक्शन के बाद अब जाएगी मुख्तार की विधायकी! स्पीकर के पास पहुंची याचिका में ये दलीलें – petition against mukhtar ansari for ending his membership of assembly
पंजाब की रोपड़ जेल में बंद माफिया डॉन और विधायक मुख्तार अंसारी की सदस्यता रद्द करने के लिए विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित के पास आवेदन दिया गया है। वाराणसी के माफिया विरोधी मंच के अध्यक्ष सुधीर सिंह ने विधानसभा अध्यक्ष को आवेदन देते हुए अंसारी की सदस्यता रद्द करने की मांग की है।
इलाहाबाद उच्च न्यायालय के वकील अशोक पांडेय के साथ सुधीर सिंह बुधवार को विधानसभा अध्यक्ष से मिलने पहुंचे। स्पीकर को दी गई याचिका में सुधीर सिंह ने कहा है कि भारतीय संविधान की धारा 190 (4) के तहत अगर कोई शख्स सदन की सदस्यता से 60 दिन तक गैर हाजिर रहता है तो उसकी सदस्यता रद्द की जानी चाहिए। दलील दी गई है कि चूंकि मुख्तार अंसारी चुनाव जीतने के बाद से साढ़े तीन वर्ष तक सदन में नहीं गए, इस कारण उनकी सदस्यता रद्द की जानी चाहिए।
मुख्तार के 10 साल से जेल में होने की दलील
विधानसभा अध्यक्ष के सामने दी गई याचिका में दलील देते हुए कहा गया है कि चूंकि मुख्तार 10 वर्षों से जेल में हैं, ऐसे में इस सीट को विधायक के रूप में कोई प्रतिनिधित्व नहीं मिल पाता है। सुधीर सिंह ने अपनी याचिका में यह भी कहा है कि वह मऊ सदर सीट से चुनाव लड़ने के इच्छुक हैं और जब भी यह सीट खाली होगी वह यहां से दावेदारी करेंगे। सुधीर सिंह ने इस सीट को खाली कराकर भारतीय निर्वाचन आयोग के माध्यम से चुनाव कराने की मांग की है।
विधानसभा अध्यक्ष ने स्वीकार की याचिका
इस याचिका को स्वीकार कर विधानसभा अध्यक्ष की ओर से विधानसभा सचिवालय को भेजा गया है। सुधीर सिंह ने कहा है कि मऊ सदर सीट पर चुनाव कराने की जरूरत है, जिससे कि यहां पर विकास कार्य कराए जा सकें। सुधीर सिंह पूर्व में समाजवादी पार्टी और अमर सिंह के नेतृत्व में बने राष्ट्रीय लोकमंच से जुड़े रहे हैं। माफिया विरोधी मंच के अलावा वो काशी विश्वनाथ ज्ञानवापी मुक्ति आंदोलन नाम का एक मंच भी संचालित करते हैं।