यूनेस्को: भितरकनिका पार्क बन सकता है वर्ल्ड हैरिटेज साइट – bhitarkanika national park can become national heritage site
केंद्रपाड़ा
ओडिशा का भितरकनिका नैशनल पार्क यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शामिल हो सकता है। राज्य का वन्य विभाग और भारतीय वन्यजीव संस्थान(WII) के अधिकारी और राज्य का वन्य विभाग इस संबंध में एक दस्तावेज तैयार कर रहे हैं। वर्तमान में कोणार्क का प्रसिद्ध सूर्य मंदिर ही राज्य का एकमात्र स्थल है जिसे विश्व विरासत सूची में स्थान मिला हुआ है।
भितरकनिका नेशनल पार्क के समग्र जैव विविधता दस्तावेज तैयार करने के लिए ओडिशा वन्य विभाग और भारतीय वन्यजीव संस्थान (WII), देहरादून ने हाल ही में एक एमओयू पर दस्तखत किए हैं। सोमवार को प्रधान वन्य संरक्षक एसएस श्रीवास्तव ने बताया कि राज्य वन्य विभाग ने डब्लूआईआई के साथ एक सहमति पत्र पर दस्तखत किए हैं।
ओडिशा का भितरकनिका नैशनल पार्क यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शामिल हो सकता है। राज्य का वन्य विभाग और भारतीय वन्यजीव संस्थान(WII) के अधिकारी और राज्य का वन्य विभाग इस संबंध में एक दस्तावेज तैयार कर रहे हैं। वर्तमान में कोणार्क का प्रसिद्ध सूर्य मंदिर ही राज्य का एकमात्र स्थल है जिसे विश्व विरासत सूची में स्थान मिला हुआ है।
भितरकनिका नेशनल पार्क के समग्र जैव विविधता दस्तावेज तैयार करने के लिए ओडिशा वन्य विभाग और भारतीय वन्यजीव संस्थान (WII), देहरादून ने हाल ही में एक एमओयू पर दस्तखत किए हैं। सोमवार को प्रधान वन्य संरक्षक एसएस श्रीवास्तव ने बताया कि राज्य वन्य विभाग ने डब्लूआईआई के साथ एक सहमति पत्र पर दस्तखत किए हैं।
इस तरह के कामों को पहले भी कर चुकी डब्लूआईआई भितरकनिका के दस्तावेज समग्र तौर पर तैयार करने में लगी है। मनोज नायर के नेतृत्व में डब्लूआईआई टीम ने महीने भर चलने वाले इस काम की शुरुआत कर दी है। उम्मीद है कि एक महीने में वे दस्तावेज जमा करा देंगे।
वनस्पति और जीव-जंतुओं पर अध्ययन के अलावा डब्लूआईआई टीम पार्क के आसपास के रहवासियों और कुछ अन्य पक्षों के साथ संवाद करेगी। ताकि उन्हें विरासत स्थल बनने से मिलने वाले फायदों को समझाया जा सके। मनोज नायर के मुताबिक, विश्व धरोहर स्थल का दर्जा भितरकनिका की महत्वपूर्ण जैव विविधता को प्रोत्साहित ही करेगा।