प्लेसमेंट सीजन: Placement Season: आईआईएम के छात्रों को दिए गए ऑफर में बदलाव नहीं

हाइलाइट्स:

  • कोरोनावायरस के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए राज्यों में किये गए लॉकडाउन से इकोनामिक रिकवरी पर असर पड़ने की आशंका है
  • आईआईएम के प्लेसमेंट हेड ने कहा है कि 2021 में पास होने वाले छात्रों के फाइनल जॉब ऑफर में कोई बदलाव नहीं आया है
  • इस साल के प्लेसमेंट सीजन में समर इंटर्नशिप आदि भी शामिल है
  • कंपनियों ने कोरोना संक्रमित छात्रों को लीव दे दिया है या उनके जॉइनिंग डेट आगे बढ़ा दिए हैं

नई दिल्ली
देश में कोरोना के सेकंड वेब (Second Wave) का कहर तेजी से बढ़ रहा है। अब यह हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर को ध्वस्त करने के कगार पर आ चुका है। इस संकट के बाद भी देश की कंपनियां लीडिंग बिजनेस स्कूल (Business School) के छात्रों को दिए गए जॉब ऑफर पर कायम रहने के संकेत दे रही हैं। देश में कोरोना के मौजूदा संकट की वजह से देश के प्रतिष्ठित बिजनेस स्कूल (Business School) के छात्रों की हायरिंग पर कोई असर पड़ने की आशंका नहीं है। इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट (IIM) अहमदाबाद, बेंगलुरु, इंदौर, कोझीकोड, और लखनऊ के प्लेसमेंट हेड ने कहा है कि 2021 में पास होने वाले छात्रों के फाइनल जॉब ऑफर में कोई बदलाव नहीं आया है। देश के कई राज्यों में कोरोनावायरस के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए लॉकडाउन किया गया है। इसकी वजह से भारत की इकोनामिक रिकवरी (Economic Recovery) पर असर पड़ने की आशंका है।

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अब तक नियुक्ति योजना में बदलाव नहीं
आईआईएम अहमदाबाद (IIM-A) के प्लेसमेंट सेक्शन के चेयर पर्सन अमित कर्ण ने कहा, “हमें अब तक किसी कंपनी से कैंसिलेशन से संबंधित कोई कम्युनिकेशन नहीं मिला है। बात फाइनल जॉब की हो या इंटर्नशिप की, हमें अब तक कहीं से कुछ भी कैंसिल होने की सूचना नहीं मिली है।” उन्होंने कहा कि पिछले साल की तरह इस साल भी कंपनियां छात्रों को जॉब (Job) पर रखने के मामले में काफी फ्लैक्सिबल हैं।

मुश्किल से मिलता है टैलेंट
देश के प्रतिष्ठित बिजनेस स्कूल से छात्रों को नियुक्त करने वाले वाली कंपनियों ने कहा है कि आईआईएम में देश के इंटेलिजेंट छात्र पढ़ते हैं। कोरोनावायरस के मौजूदा संकट की वजह से ऐसे छात्रों की प्रतिभा का इस्तेमाल करने से नहीं बचा जा सकता। कोरोनावायरस संकट चार-छह महीने में चला जाएगा, लेकिन ऐसे प्रतिभाशाली छात्र उन्हें फिर अगले साल ही मिलेंगे, इस वजह से कंपनियों के हायरिंग प्लान पर कोई असर नहीं पड़ा है।

इस साल नियुक्ति प्रक्रिया स्मूथ
पिछले साल कंपनियां रिमोट वर्किंग के तौर तरीके बना रही थी और इसके हिसाब से अपने सिस्टम को व्यवस्थित करने में जुटी हुई थी। इस साल के प्लेसमेंट सीजन में समर इंटर्नशिप आदि भी शामिल है और इन सब की प्रक्रिया बहुत स्मूथ रह सकती है। आईआईएम (IIM) लखनऊ, इंदौर, और कोझीकोड में समर इंटर्नशिप के कुछ मामले कैंसिल होने की सूचना है। आईआईएम (IIM) के अधिकारियों ने कहा है कि इन छात्रों के लिए इंटर्नशिप की वैकल्पिक व्यवस्था अगले कुछ दिनों में कर ली जाएगी।

कोरोना संक्रमित होने पर अधिक समय
आईआईएम के छात्रों की नियुक्ति योजना में कुछ मामले ऐसे भी आए हैं जहां छात्र कोविड-19 से संक्रमित हो गया है, लेकिन उसके बाद भी कंपनियों ने उन्हें लीव दे दिया है या उनके जॉइनिंग डेट आगे बढ़ा दिए हैं। आईआईएम बेंगलुरु (IIM-B) के कैरियर डेवलपमेंट सर्विसेज के चेयरपर्सन यू दिनेश कुमार ने कहा, “बहुत सी कंपनियां कोरोना संक्रमण के इस दौर में अपने नियम में भी ढील दे रही हैं। अगर कोई छात्र कोविड-19 से संक्रमित हो गया है तो उसके लिए व्यवस्था बदली जा रही है। ऐसा खास तौर पर इंटरशिप के मामले में देखा जा रहा है।”

कई तरह के विकल्प दिए
उन्होंने कहा, “कई कंपनियां छात्रों को ब्रेक दे रही हैं और उन्हें कह रही हैं कि आप 1 या 2 हफ्ते बाद ज्वाइन कर सकते हैं।” उन्होंने यह भी कहा कि अब तक किसी कंपनी ने छात्रों को दिया हुआ ऑफर वापस नहीं लिया है। पिछले साल कोरोनावायरस इंटर्नशिप और फाइनल ऑफर के मामले में कुछ कंपनियों ने देरी की थी जबकि कुछ कंपनियों ने ऑफर कैंसिल कर दिया था। देश भर में किए गए लॉकडाउन के बाद ऐसा देखने को मिला था।

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