Who is Arzan Nagwaswalla picked as one of 4 standby players for the upcoming WTC final against New Zealand and the Tests in England | 28 साल बाद टीम इंडिया में एक पारसी क्रिकेटर चुना गया; 23 साल के इस तेज गेंदबाज ने 2019 रणजी ट्रॉफी में 41 विकेट चटकाए
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नई दिल्ली6 मिनट पहले
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ICC वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप के फाइनल और इंग्लैंड दौरे के लिए टीम इंडिया का ऐलान हो गया है। टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल 18 से 22 जून के बीच साउथैम्पटन के एजेस बाउल में खेला जाएगा। इस पिच पर तेज गेंदबाज हावी रहे हैं। इसलिए भारतीय चीफ सिलेक्टर्स ने मेन स्क्वॉड में जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी, ईशांत शर्मा समेत 6 फास्ट बॉलर्स शामिल किए हैं।
वहीं, स्टैंड-बाय के तौर प्रसिद्ध कृष्णा, आवेश खान, अर्जन नागवासवाला को रखा गया है। प्रसिद्ध और आवेश जाने-पहचाने नाम हैं और पिछले दौरे पर भी टीम के साथ रह चुके हैं। वहीं, 23 साल के नागवासवाला को पहली बार टीम में शामिल किया गया। नागवासवाला ने 2019-20 रणजी ट्रॉफी में 41 विकेट चटकाए थे।
वे 1993 के बाद टीम इंडिया में शामिल होने वाले पहले पारसी क्रिकेटर हैं। वहीं, फारुख इंजीनियर के बाद वे पहले मेन्स क्रिकेटर हैं। इससे पहले 1975 में फारुख इंजीनियर ने भारत के लिए अपना आखिरी मैच खेला था। वहीं, महिलाओं में डायना इडुलजी ने जुलाई, 1993 में अपना लास्ट मैच खेला था।
2019-20 रणजी सीजन में नागवासवाला ने कुल 41 विकेट चटकाए।
नागवासवाला गुजरात के नार्गोल के रहने वाले हैं
नागवासवाला गुजरात के एक छोटे से गांव नार्गोल के रहने वाले हैं। उनका जन्म सूरत में हुआ था। उन्होंने अंडर-16, अंडर-19 और अंडर-23 लेवल पर गुजरात टीम को रिप्रजेंट किया है। नागवासवाला को वलसाड़ में एक हीरो के तौर पर देखा जाता है। टीम इंडिया में चुने जाने के बाद से नागवासवाला के गांव में बेहद खुशी का माहौल है। पिछले 2 साल में उन्होंने यह मुकाम छूने के लिए काफी मेहनत की है।
अंडर-19 लेवल से नागवासवाला ने खुद को साबित किया
गुजरात के कोच और सिलेक्टर संतोष देसाई ने बताया कि नागवासवाला जब अंडर-19 और अंडर-23 टीम में थे, तब मैं उनका डिस्ट्रिक्ट कोच था। वह एक शानदार लेफ्ट आर्म फास्ट बॉलर हैं। अंडर-16 और अंडर-19 लेवल पर खुद को साबित भी किया है। इसी प्रदर्शन के दम पर उन्हें रणजी ट्रॉफी में चुना गया था। पिछले साल हुए सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी टूर्नामेंट में भी नागवासवाला का प्रदर्शन शानदार रहा था। मुझे लगता है कि IPL में भी उन्हें चांस मिलना चाहिए था।
नागवासवाला 2018 में पहली बार चर्चा में आए थे। तब उन्होंने मुंबई के खिलाफ रणजी मैच में पारी में 5 विकेट लिए थे।
2018 में पहली बार नागवासवाला का नाम सामने आया
नागवासवाला 2018 में पहली बार चर्चा में आए थे। उस वक्त उन्होंने वानखेड़े में हुए रणजी ट्रॉफी के एक मैच में मुंबई के खिलाफ पारी में 5 विकेट लिए थे। उन्होंने इस मैच में 23.3 ओवर में 78 रन देकर 5 विकेट लिए थे। 2019-20 रणजी सीजन नागवासवाला के लिए शानदार रहा था। उन्होंने उस सीजन में कुल 41 विकेट चटकाए। इस दौरान उनका ऐवरेज 18.36 और स्ट्राइक रेट 39.4 का रहा। 2019-20 रणजी सीजन में उन्होंने 3 बार पारी में 5 विकेट लिए और एक बार पंजाब के खिलाफ मैच में 10 विकेट लिया।
विजय हजारे ट्रॉफी में गुजरात को सेमीफाइनल तक पहुंचाया
पिछले साल कोरोना की वजह से रणजी ट्रॉफी टूर्नामेंट नहीं खेला गया। पर इस साल हुए विजय हजारे ट्रॉफी में नागवासवाला ने अपनी छाप छोड़ी। उन्होंने टूर्नामेंट में कुल 19 विकेट लिए। छत्तीसगढ़ के खिलाफ इस 23 साल के तेज गेंदबाज ने 54 रन देकर 6 विकेट लिए थे। गुजरात को सेमीफाइनल में पहुंचाने में नागवासवाला का अहम रोल था। हालांकि, अच्छा प्रदर्शन के बावजूद 2021 के IPL ऑक्शन में वे अनसोल्ड रहे।
2021 सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में नागवासवाला ने 5 मैच में 9 विकेट लिए थे।
टी-20 में नागवासवाला का इकोनॉमी रेट बेहतरीन
नागवासवाला के पास टेस्ट क्रिकेट में बॉल को दोनों तरफ स्विंग कराने की काबिलियत है। फर्स्ट क्लास क्रिकेट में उन्होंने यह करके भी दिखाया है। उन्होंने 20 लिस्ट-A मैच में 39 विकेट लिए हैं। जबकि, 15 टी-20 में नागवासवाला के नाम 21 विकेट हैं। इस दौरान उनका इकोनॉमी रेट भी सिर्फ 6.97 रहा है। 2021 सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में उन्होंने 5 मैच में 9 विकेट लिए थे। बायो-बबल की वजह से उन्हें फिलहाल नेट बॉलर के तौर पर बॉलिंग करनी होगी। अगर मेन स्क्वॉड के 6 पेस बॉलर्स में से कोई इंजर्ड होता है, तो नागवासवाला को टेस्ट डेब्यू का मौका भी मिल सकता है।