use of sugarcane in crematoriums of surat city due to shortage of wood | अंतिम संस्कार के लिए शुगर फैक्ट्रियों से मंगा रहे गन्ने के छिलके; श्मशान में लंबी वेटिंग के चलते दूसरे शहर भेज रहे शव
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सूरत20 मिनट पहले
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गन्ने के छिलकों को लकड़ियों के बीच भरा जा रहा है, जिससे कि लकड़ियों की कमी को पूरा किया जा सके।
गुजरात में कोरोना के बढ़ते मामलों से अब श्मशान भी जूझ रहे हैं। सूरत शहर के श्मशान में चौबीस घंटे शवों का अंतिम संस्कार हो रहा है। इस कारण लकड़ियों की कमी हो गई है। अब अंतिम संस्कार के लिए शुगर फैक्ट्रियों से गन्ने के छिलके (खोई) मंगवाने पड़ रहे हैं। इन्हें लकड़ियों के बीच में भरकर शवों को जलाया जा रहा है।
सूरत में जहांगीरपुरा श्मशान, रामनाथ घेला श्मशान और अश्वनी कुमार श्मशान घाट में जगह कम पड़ने पर लिंबायत और पाल इलाके में बंद पड़े श्मशान शुरू कर दिए गए हैं। यहां अब चौबीस घंटे कोरोना प्रोटोकॉल के तहत शवों का अंतिम संस्कार किया जा रहा है, लेकिन ये भी नाकाफी साबित हो रहा है। लंबी वेटिंग होने के कारण शवों को क्रिया कर्म के लिए दूसरे शहर भी भेजा जाने लगा है।
तापी नदी के किनारे स्थित मोक्षधाम में भी अंतिम संस्कार किया जा रहा है।
श्मशान में एडवांस तैयार की जा रहीं चिताएं
चीनी मिल के डायरेक्टर दर्शन नायक ने बताया कि शवों की संख्या इतनी ज्यादा है कि कई जगह एडवांस में चिताएं तैयार रखी जा रही हैं। इसी के चलते शुगर मिल से शहर और जिले के सभी श्मशानों में जरूरत के हिसाब से मुफ्त में गन्ने के छिलके भेजे जा रहे हैं। इन्हें लकड़ियों के बीच भरा जा रहा है, जिससे कि लकड़ियों की कमी को पूरा किया जा सके।
4 घंटे तक करना पड़ रहा इंतजार
श्मशान में 3-4 घंटों की वेटिंग चल रही है। श्मशान में वेटिंग बढ़ने के कारण कोरोना से मरने वालों का बारडोली के श्मशान में अंतिम संस्कार कराने का निर्णय लिया गया है। सोमवार को 5 शव बारडोली भेजे गए। इसी तरह रविवार को भी 6 शव बारडोली भेजे गए थे।
पाल इलाके में स्थित श्मशान, जो 15 साल से बंद था। इसे मंगलवार को चालू किया गया।
पूरे जिले में बढ़ रहे मामले
सूरत शहर के साथ-साथ ग्रामीण इलाकों में भी हर दिन केस बढ़ते जा रहे हैं। कोरोना के मामले अब रोजाना 3 हजार के करीब पहुंच गए हैं। यहां पिछले चौबीस घंटों में 2817 नए मामले सामने आए, जिससे सक्रिय मरीजों की संख्या 19,884 पर पहुंच गई है। वहीं, शुक्रवार को 27 की मौत हुई।
अब तक शहर में 77,727 मामले, जबकि ग्रामीण में 22,073 मामले यानी कुल 99,800 मामले सामने आ चुके हैं। वहीं शहर में 19 और ग्रामीण में 2 यानी 21 मरीजों की इलाज के दौरान मौत हुई। मौतों का आंकड़ा 1590 तक पहुंच चुका है। इसमें 1270 शहर के और 320 ग्रामीण के शामिल हैं। दूसरी ओर शहर के 858 और ग्रामीण के 227 मरीज ठीक हुए। अब तक 78,326 मरीज ठीक हो चुके हैं। इसमें 17,400 मामले ग्रामीण क्षेत्रों के शामिल हैं। वहीं 19,884 एक्टिव मरीजों का इलाज चल रहा है।
लिंबायत में बनाए गए श्मशान में एडवांस चिता तैयार कर दी गई हैं, ताकि लोगों को ज्यादा इंतजार न करना पड़े।
शुक्रवार को 101 का अंतिम संस्कार हुआ
मरीजों की संख्या बढ़ने के साथ प्रतिदिन मौत का आंकड़ा तेजी से बढ़ रहा है। न्यू सिविल और स्मीमेर के कोविड अस्पताल से शुक्रवार को 101 मृतकों का अंतिम संस्कार कोरोना गाइडलाइंस के साथ किया गया। वहीं मनपा के सरकारी आंकड़ों में कोरोना से 27 मरीजों की मौत बताई गई है।