इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) की शुरुआत जब शुक्रवार से होगी तो रोहित शर्मा अपनी विरासत को बरकरार रखने के इरादे से उतरेंगे जबकि विराट कोहली नई विरासत तैयार करना चाहेंगे। कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के कारण लीग का आयोजन जैविक रूप से सुरक्षित माहौल में होगा और दर्शकों को स्टेडियम में आने की इजाजत नहीं होगी। सिर्फ पांच महीने में दो आईपीएल टूर्नामेंट संबंधित हितधारकों के लिए आदर्श स्थिति नहीं है लेकिन कोविड-19 मामलों की दूसरी लहर के बीच प्रशंसकों के लिए अगले सात हफ्ते काफी रोमांचक होंगे जहां उन्हें बड़े छक्के, सटीक यॉर्कर और नई प्रतिभा देखने को मिलेगी।
टूर्नामेंट का पहला मुकाबला गत चैंपियन मुंबई इंडियंस और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर (आरसीबी) के बीच यहां खेला जाएगा और दोनों टीमों में बड़े हिटर की मौजूदगी सुनिश्चित करेगी कि दर्शकों का भरपूर मनोरंजन हो जो महामारी के कारण स्टेडियम में नहीं आ पाएंगे।
टूर्नामेंट पर भी कोरोना वायरस का साया पड़ा है और लीग की शुरुआत से पहले कुछ खिलाड़ी और सहयोगी स्टाफ पॉजिटिव पाए गए हैं। लेकिन खेलों के लिए कड़े जैविक रूप से सुरक्षित माहौल के कारण भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) को उम्मीद है कि यूएई में पिछले टूर्नामेंट की तरह इस टूर्नामेंट का आयोजन भी सुचारू रूप से होगा।
मुंबई के पास विस्फोटक बल्लेबाजों की भरमार
पांच खिताब के साथ आईपीएल इतिहास के सबसे सफल कप्तान रोहित छठी ट्रॉफी के साथ लीग में पहली खिताबी हैट्रिक बनाना चाहेंगे। रोहित अगर बल्लेबाजी में विफल रहते हैं तो क्विंटन डिकॉक सफलता हासिल करने को तैयार होंगे। अगर ये दोनों ही विफल रहेंगे तो फिर ईशान किशन और सूर्य कुमार यादव जैसे बल्लेबाजों पर जिम्मेदारी होगी। मुंबई का शीर्ष क्रम अगर पूरी तरह नाकाम रहता है तो फिर पांड्या बंधु (हार्दिक और क्रुणाल) विरोधी को पस्त करने उतरेंगे। साथ ही टीम के पास पोलार्ड जैसा तूफानी बल्लेबाज है जो मैदान पर अपने दमदार क्षेत्ररक्षण के कारण भी टीम के लिए काफी अहम है।
बोल्ट और बुमराह पर होगा दारोमदार
गेंदबाजी का दारोमदार ट्रेंट बोल्ट और राहुल चाहर जैसे गेंदबाजों पर होगा। मुंबई इंडियंस की टीम अपने खराब दिन ही हार सकती है और अपने अच्छे दिन वे किसी भी विरोधी टीम के लिए बुरे सपने की तरह हैं।
कोहली-एबी को मैक्सवेल का साथ
भारतीय टीम के कप्तान रनमशीन विराट कोहली पहली बार आईपीएल खिताब जीतने उतरेंगे। उनके नेतृत्व में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर (आरसीबी) का संयोजन मुंबई जितना प्रभावी नहीं दिखता। टीम ने ग्लेन मैक्सवेल पर भारी भरकम राशि खर्च की है। देवदत्त पडिक्कल अपना दूसरा सत्र खेलने उतरेंगे और इस बार टीमों ने उनके लिए रणनीति बनाई होगी। दक्षिण अफ्रीका के एबी डीविलियर्स अगर लय में हो तो उनके सामने कोई भी लक्ष्य बड़ा नहीं है।
गेंदबाजी हो सकती है कमजोर कड़ी
धुरंधर बल्लेबाज होने के बावजूद बैंगलोर की गेंदबाजी उतनी दमदार नहीं दिखती। न्यूजीलैंड के काइल जैमीसन रातों-रात करोड़पति बन गए जबकि भारतीय विकेटों पर उनकी गेंदबाजी की परख अब तक नहीं हुई है। स्पिनर युजवेंद्र चहल लय खोते हुए दिख रहे हैं। मोहम्मद सिराज और नवदीप सैनी सीमित ओवरों के क्रिकेट में अब तक बहुत प्रभावी प्रदर्शन नहीं कर पाए हैं।
मुंबई:
रोहित शर्मा (कप्तान), एडम मिलने, आदित्य तारे, अनमोलप्रीत सिंह, अनुकूल रॉय, अर्जुन तेंदुलकर, क्रिस लिन, धवल कुलकर्णी, हार्दिक पंड्या, इशान किशन, जेम्स नीशाम, जसप्रीत बुमराह, जयंत यादव, कीरोन पोलार्ड, क्रुणाल पंड्या, मार्को जानसेन, मोहसिन खान, नाथन कूल्टर नाइल, पीयूष चावला, क्विंटन डिकॉक, राहुल चाहर, सौरभ तिवारी, सूर्यकुमार यादव, ट्रेंट बोल्ट, युद्धवीर सिंह।
बैंगलोर:
विराट कोहली (कप्तान), एबी डीविलियर्स, देवदत्त पडीक्कल, युजवेंद्र चहल, मोहम्मद सिराज, केन रिचर्डसन, वाशिंगटन सुंदर, पवन देशपांडे, फिन एलेन, शाहबाज अहमद, नवदीप सैनी, एडम जांपा, काइल जैमीसन, ग्लेन मैक्सवेल, रजत पाटीदार, सचिन बेबी, मोहम्मद अजहरुद्दीन, डैनियल क्रिस्टियन, केएस भरत, सुयश प्रभुदेसाई, डैनियल सैम्स, हर्षल पटेल।