Swords waved with Khalistani slogans at the Golden Temple, the anniversary of Operation Blue Star, Amritsar; Jarnail Singh Bhindranwala’s son and Red Fort violence accused Deep Sidhu also reached | स्वर्ण मंदिर में गरमख्यालियों खालिस्तानी नारों के साथ लहराई तलवारें; जरनैल सिंह भिंडरांवाला का बेटा और लाल किला हिंंसा का आरोपी दीप सिद्धू भी पहुंचे
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अमृतसर8 मिनट पहले
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ऑपरेशन ब्लू स्टार की बरसी पर स्वर्ण मंदिर में आयोजित कार्यक्रम में खालिस्तानी झंंडे लहराते गर्मख्याली सिख।
ऑपरेशन ब्लू स्टार की बरसी पर रविवार को अमृतसर स्थित स्वर्ण में कार्यक्रम आयोजित किया गया। हजारों की तादाद में संगत ने पहुंचकर दरबार साहिब में माथा टेका। इस दौरान गरमख्यालियों ने खालिस्तान समर्थक नारों के साथ तलवारें लहराई। इनके हाथों में ‘खालिस्तान जिंदाबाद’ व ‘खालिस्तान साडा हक है’ लिखे बैनर दिखाई दिए। भिंडरांवाला के पोस्टर लहराए गए। कार्यक्रम में लाल किला हिंसा का आरोपी दीप सिद्धू भी पहुंचा।
दरबार साहिब में माथा टेकने पहुंची सिख संगत।
1984 में सेना की तरफ से अंजाम दिए गए ऑपरेशन ब्लू स्टार की बरसी पर आयोजित कार्यक्रम में आज उस ऑपरेशन में मारे गए लोगों के परिवारजनों के अलावा जरनैल सिंह भिंडरांवाला का बेटा ईश्वर सिंह भी पहुंचा। सुबह अखंड पाठ के भोग के बाद इन सभी को SGPC के अधिकारियों और अकाल तख्त के जत्थेदार ने सम्मानित किया। इसके बाद जब ज्ञानी हरप्रीत सिंह कौम के नाम संदेश जारी करने लगे, दल खालसा, शिरोमणि अकाली दल अमृतसर और सरबत खालसा के कार्यकर्ताओं ने खालिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाने शुरू कर दिए। जब तक जत्थेदार अकाल तख्त अपना संदेश देते रहे, तब तक परिसर में जोरदार नारेबाजी होती रही।
स्वर्ण मंदिर को जाते रास्ते पर तैनात पुलिस बल।
इसके बाद जब सरबत खालसा के जत्थेदार ध्यान सिंह मंड ने शहीदी यादगार गुरुद्वारे के पास कौम के नाम संदेश देना शुरू किया तो SGPC की ओर से गुरबाणी कीर्तन की आवाज तेज कर दी गई। अकाली दल अमृतसर के अध्यक्ष सिमरनजीत सिंह मान अपने पुत्र और बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं के साथ अकाल तक पहुंचे। उन्होंने भी पंथ के नाम संदेश शुरू किया तो SGPC की ओर से गुरबाणी कीर्तन की आवाज बहुत तेज कर दी गई।
खास बात यह रही कि इस बार कई पुराने खालिस्तान समर्थक और आतंकी गतिविधियों में शामिल रहे व्यक्ति भी अकाल तख्त पर पहुंचे। वहीं इसी साल गणतंत्र दिवस पर लाल किले पर हिंसा का मुख्य आरोपी दीप सिद्धू भी पहुंचा। हालांकि हरिमंदिर साहिब तक जाने व आने वाले सभी रास्तों पर बड़ी संख्या में पुलिस और अन्य सुरक्षा बल तैनात रहे। कैंपस के अंदर SGPC की ओर से भी बड़ी संख्या में अपनी टास्क फोर्स तैनात की गई। साथ ही पंजाब पुलिस के महिला-पुरुष कर्मचारी सिविल कपड़ों में तैनात रहे।
दरबार साहिब में मौजूद लाल किला हिंसा का आरोपी दीप सिद्धू।
दीप सिद्धू ने कहा कि 37 साल बाद भी इतिहास सच बोल रहा है। दरबार साहिब पर गोलियां लगी और श्री गुरु ग्रंथ साहिब घायल हुए, शहीदियां हुई बेगुनाह बच्चों व लोगों को मारा गया। कांग्रेस हो या भाजपा किसी ने भी न्याय नहीं दिया। लोकतंत्र में हक के लिए शांतमयी प्रदर्शन की जगह होनी चाहिए, पर विडंबना ही कहेंगे कि हमारे सिस्टम में यह नहीं हो रहा। कृषि कानून स्टेट सब्जेक्ट है, इसे केंद्र ने थोपा तो ही ऐसे हालात बने।
कल शाम को भी निकाला था मार्च
इससे पहले शनिवार को दल खालसा की ओर से घल्लूघारा यादगार मार्च का आयोजन किया गया था। देर शाम दल खालसा और सिख यूथ ऑफ पंजाब के कार्यकर्ता हेरिटेज स्ट्रीट स्थित भाई गुरदास हॉल पहुंचे। वहां एक सेमिनार का आयोजन कर युवाओं को ऑपरेशन ब्लू स्टार के इतिहास से अवगत करवाते हुए इसमें मारे गए लोगों को याद किया गया। इस दौरान संगठन के नेताओं कंवरपाल सिंह बिट्टू, हरपाल सिंह चीमा, परमजीत सिंह मंड, परमजीत सिंह टांडा आदि ने संबोधित करते हुए कहा कि ऑपरेशन ब्लू स्टार सिखों के लिए न भुलाई जाने वाली घटना है।