research states coronavirus can be more dangerous for people taking diabetes medicine | Research: Diabetes की दवा ले रहे हैं तो हो जाइए सावधान, आपको हो सकता है Corona का ज्यादा खतरा
नई दिल्ली: कोरोना वायरस (Coronavirus) का कहर कम होता नजर नहीं आ रहा है. जहां पूरी दुनिया कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) बनाने में जुटी हुई है, वहीं अब कोरोना के नए स्ट्रेन (Corona New Strain) ने सभी की मुश्किलों को बढ़ा दिया है. डायबिटीज (Diabetes) के मरीजों को दी जाने वाली दवाई एजीएलटी2आई (AGLT2I) ग्लूकोज (Glucose) का स्तर कम करती है. अगर कोई व्यक्ति यह दवाई लेता है और उसे कोरोना वायरस संक्रमण (Coronavirus) हो जाए तो उसके लिए यह काफी घातक साबित हो सकता है. एक नए अध्ययन में इसे लेकर चेतावनी दी गई है.
डायबिटीज के रोगियों के लिए चेतावनी
अमेरिका के ब्रिघम एंड विमेन्स हॉस्पिटल (Brigham And Women’s Hospital) के रिसर्चर्स ने डायबिटीज (Diabetes) के रोगियों को चेतावनी दी है. रिसर्चर्स ने बताया कि जब बीमारी कोशिकाओं को काम करने के लिए पर्याप्त ग्लूकोज प्राप्त करने से रोकती है तो ‘डायबिटिक कीटोएसिडोसिस’ (Diabetic Ketoacidosis) की स्थिति पैदा हो सकती है. इसलिए डायबिटीज (Diabetes) के रोगियों के लिए कोरोना (Coronavirus) ज्यादा घातक साबित हो रहा है.
शरीर नहीं बना पा रहा ग्लूकोज
पत्रिका ‘द अमेरिकन एसोसिएशन ऑफ क्लिनिकल एंडोक्राइनोलॉजिस्ट्स केस रिपोर्ट्स’ (The American Association Of Clinical Endocrinologists Case Reports) में छपे एक अध्ययन में बताया गया है कि कोविड-19 (COVID-19) के जो मरीज एसजीएलटी2आई (AGLT2I) दवा ले रहे हैं, उनमें डीकेए (DKA) के एक प्रकार ‘ईयूडीकेए’ (EUDKA) की स्थिति पैदा होने का अधिक खतरा है.
ईयूडीकेए (EUDKA) की स्थिति तब पैदा होती है, जब शरीर की कोशिकाएं पर्याप्त ग्लूकोज (Glucose) ग्रहण नहीं कर पाती हैं. वैज्ञानिकों ने पाया कि बोस्टन में ईयूडीकेए के पांच असाधारण मामले सामने आए हैं और ये सभी मामले उन लोगों में पाए गए हैं जो एजीएलटी2आई दवा (AGLT2I) ले रहे थे और कोरोना वायरस (Coronavirus) से संक्रमित हुए थे.
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यही दवा लेने वालों को कोरोना से ज्यादा खतरा
इन मरीजों में से 3 मरीजों को पुनर्वास केंद्रों में भेजा गया है, 1 को घर भेज दिया गया है और 1 की मौत हो गई है. अध्ययन की सह लेखक एवं ‘एंडोक्राइनोलॉजी, डायबिटीज और हाइपरटेंशन डिविजन’ (Endocrinology, Diabetes & Hypertension Division) की वैज्ञानिक नाओमी फिशर के मुताबिक, उन्होंने पहले भी यह पाया है कि एजीएलटी2आई (AGLT2I) दवा लेने वाले लोगों में डीकेए और ईयूडीकेए का खतरा अधिक होता है.
उन्होंने कहा कि एजीएलटी2आई (AGLT2I) दवा लेने वाले व्यक्ति के कोरोना संक्रमित (Coronavirus) होने के बाद यह खतरा और बढ़ जाता है.