priyanka gandhi rampur visit: BJP calls Political Stunt as Priyanka Gandhi meet with deceased Farmer Family in Rampur: मृतक किसान के परिजनों से प्रियंका गांधी की मुलाकात को बीजेपी ने बताया पॉलिटिकल स्टंट, कांग्रेस का पलटवार
हाइलाइट्स:
- ट्रैक्टर रैली के दौरान मारे गए नवरीत सिंह की अंतिम अरदास यूपी से विपक्ष के कई बड़े नेता शामिल हुए
- प्रियंका गांधी के अलावा और आरएलडी नेता जयंत चौधरी भी मृतक किसान के परिजनों से मिल रहे हैं
- किसान की मौत पर शोक और सांत्वना के बजाय विपक्ष के राजनीति करने पर यूपी बीजेपी सवाल उठा रही है
26 जनवरी को दिल्ली में किसान ट्रैक्टर रैली के दौरान मारे गए किसान नवरीत सिंह की अंतिम अरदास यूपी से विपक्ष के कई बड़े नेता शामिल हुए। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के अलावा, आरएलडी नेता जयंत चौधरी और समाजवादी पार्टी से रामगोविंद चौधरी भी मृतक किसान के परिजनों से मिल रहे हैं। इस बीच किसान की मौत पर शोक और सांत्वना के बजाय विपक्ष की राजनीति पर भी सवाल उठ रहे हैं। बीजेपी का आरोप है कि विपक्ष के पास मुद्दा नहीं रह गया है, इसलिए कवायदें कर रहा है।
प्रियंका गांधी ने किसान की अंतिम अरदास में शामिल होकर परिजनों से मुलाकात की। इससे पहले रामपुर आने के रास्ते उनके काफिले का ऐक्सिडेंट हो गया था। काफिले की चार गाड़ियां आपस में भिड़ गई थीं हालांकि किसी को कोई चोट नहीं आई थी।
‘प्रियंका को घटनाओं की जानकारी नहीं हैं’
बीजेपी प्रवक्ता चंद्रमोहन ने एनबीटी ऑनलाइन से बातचीत में प्रियंका के रामपुर दौरे को लेकर कहा, ‘प्रियंका और कांग्रेस लगातार मुद्दा विहीन हो गई हैं। इस कारण से वह आधारहीन राजनीति कर रही हैं। इससे पहले कोविड के दौरान उनकी कवायदें की थीं वह भी पूरी तरह से राजनीतिक थींं। वह पूरी तरह से राजनीतिक विरोध के लिए विरोध करती हैं। उन्हें न घटनाओं की समझ हैं और न घटनाओं की जानकारी है। वह केवल पॉलिटिकल स्टंट वर्कर हैं।’
‘किसान आंदोलन के नाम पर विपक्ष कर रहा ढोंग’
किसान आंदोलन को विपक्ष के मिल रहे समर्थन पर बीजेपी प्रवक्ता ने कहा, ‘किसान मोदी के साथ है और यूपी के किसान योगी के साथ हैं इसलिए किसानों के बीच कोई नाराजगी नहीं है। राजनीतिक दल के प्रतिनिधि ही, जो जनता के नकारे लोग हैं किसान आंदोलन के नाम पर ढोंग कर रहे हैं और ड्रामा कर रहे हैं।’
‘हम धर्म के नाम पर राजनीति नहीं करते’
बीजेपी के आरोप पर कांग्रेस ने भी पलटवार किया। कांग्रेस प्रवक्ता अंशू अवस्थी ने कहा, ‘किसानों काले कानूनों के खिलाफ पिछले 72 दिन से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। सरकार खुद संज्ञान नहीं ले रही है, इसके बावजूद कांग्रेस पार्टी और प्रियंका गांधी आवाज उठा रही हैं। वह किसानों के समर्थन में हैं तो इस पर अगर ये (बीजेपी) कहते हैं कि हां ये राजनीति कर रहे हैं तो हमें गर्व है कि हम धर्म के नाम पर राजनीति नहीं करते। हम धर्म पर वोट नहीं मांगते। हम किसानों और नौजवानों के मुद्दों पर वोट भी मांगते हैं और उन्हीं के मुद्दों पर राजनीति भी करते हैं।’
जयंत चौधरी भी अंतिम अरदास में पहुंचे
इससे पहले आरएलडी नेता जयंत चौधरी ने ट्वीट कर जानकारी दी थी कि आंदोलन में कुर्बानी देने वाले रामपुर के किसान नवरीत सिंह के अंतिम अरदास में शामिल हूंगा। जयंत चौधरी किसान आंदोलन के बीच काफी लगातार सक्रिय रहे हैं। वह पिछले दिनों मुजफ्फरनगर में किसानों की महापंचायत में भी शामिल हुए थे। इससे पहले वह गाजीपुर बॉर्डर में भी किसानों को समर्थन देने पहुंचे थे।
सपा से रामगोविंद चौधरी पहुंचे परिजनों से मिलने
समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव भी किसान आंदोलन को अपना समर्थन दे चुके हैं। वह खुद तो रामपुर नहीं पहुंचे लेकिन उन्होंने नेता विपक्ष रामगोविंद चौधरी को नवरीत सिंह के परिजनों से मुलाकात के लिए भेजा है। समाजवादी पार्टी ने अपने ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया, ‘राष्ट्रीय अध्यक्ष के निर्देश पर सपा के वरिष्ठ नेता प्रतिपक्ष श्री रामगोविंद चौधरी जी पहुंचे रामपुर। किसानों के साथ खड़ी है सपा।’
कांग्रेस बोली- पुलिस की गोली से हुई थी नवरीत की मौत
बता दें कि 26 जनवरी को ट्रैक्टर रैली के दौरान नवरीत सिंह की मौत हो गई थी। कांग्रेस का आरोप है कि नवरीत की मौत पुलिस की गोली से हुई थी जबकि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में इसकी पुष्टि नहीं हुई है। दिल्ली पुलिस ने सीसीटीवी जारी कर बताया था कि ट्रैक्टर पलटने से किसान की मौत हुई थी।
गाजीपुर पहुंचा विपक्ष का प्रतिनिधिमंडल
विपक्षी नेताओं का एक प्रतिनिधिमंडल आज गाजीपुर बॉर्डर पहुंचा जहां किसानों का विरोध-प्रदर्शन जारी है। इस दल में एनसीपी सांसद सुप्रिया सुले, डीएमके सांसद कनिमोझी, एसएडी सांसद हरसिमरत कौर बादल और टीएमसी सांसद सौगत रॉय समेत कई नेता शामिल थे। हालांकि पुलिस ने उन्हें किसानों से मिले बिना ही वापस लौटा दिया था।
मृतक किसान की अंतिम अरदास में पहुंचीं प्रियंका गांधी